भारत में गर्मी का प्रकोप, कहीं पिघल रही सड़कें तो कही प्लेन में यात्री ही नहीं, जानें कब मिलेगी राहत

देर से शुरू हुई गर्मी इस बार अप्रैल में ही अपना तेवर दिखा रही है। गर्मी के तेवर देख कर इस बार सब यही सोच रहे हैं कि अप्रैल में जब यह हाल है तो जून में क्या होगा?
भारत में गर्मी का प्रकोप, कहीं पिघल रही सड़कें तो कही प्लेन में यात्री ही नहीं, जानें कब मिलेगी राहत

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। देर से शुरू हुई गर्मी इस बार अप्रैल में ही अपना तेवर दिखा रही है। गर्मी के तेवर देख कर इस बार सब यही सोच रहे हैं कि अप्रैल में जब यह हाल है तो जून में क्या होगा? यह भी बता दें कि गर्मी के कारण महाराष्ट्र में 14 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं अब यह खबर है कि गर्मी के रौद्र रूप से भोपाल की सड़कों पर भी असर पड़ने लगा है। सड़के पिछल रही हैं वहीं राजस्थान की राजधानी जयपुर में तेज गर्मी के कारण प्लेनों को यात्री नहीं नसीब हो रहे हैं। आइए जानते हैं इस गर्मी से कहां क्या हाल है और कब इस गर्मी से राहत मिलेगी?

क्या है दिल्ली का हाल

देश की राजधानी दिल्ली में तापमान 38 डिग्री तक पहुंच गया है। वहीं हवा की रफ्तार की बात की जाए तो यह आठ किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है। इससे पहले रविवार को भी तापमान सामान्य से एक डिग्री से तीन डिग्री तक ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। लगातार तीसरे दिन दिल्ली की तापमान 40 डिग्री से ज्यादा रहने से लोग परेशान हैं। गर्म हवा चेहरे को झुलसा रही है।

मध्य प्रदेश में पिछल रही सड़कें

आसमान साफ होते ही मध्य प्रदेश में गर्मी ने फिर तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। सोमवार को मध्य प्रदेश के अनेक शहरों में पारा पहली बार 40 डिग्री के पार पहुंच गया। राजधानी भोपाल में सोमवार को ऐसी गर्मी पड़ी कि सड़कों का डामर ही पिघलने लगा। खजुराहो और राजगढ़ देश में 7वें और 9वें सबसे गर्म शहर रहे। दोनों जगह पारा 43.2 डिग्री रहा। मौसम वैज्ञानिक आज से फिर मौसम बदलने की बात कह रहे हैं, जिससे गर्मी से राहत मिलेगी। बता दें कि रविवार को भोपाल समेत प्रदेश के कई शहरों में बारिश-आंधी हुई थी। मौसम वैज्ञानिक आज से फिर प्रदेश का मौसम बदलने की बात कह रहे हैं, जिससे गर्मी के तेवर कुछ नरम पड़ेंगे। मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ है। दूसरी ओर साउथ वेस्ट राजस्थान के ऊपर सर्कुलेशन बना हुआ है। नॉर्थ छत्तीसगढ़ से केरल तक महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक होते हुए ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। वहीं, अरब सागर से थोड़ी सी नमी बनी हुई है। इस कारण प्रदेश में मौसम बदल गया है। 18 और 19 अप्रैल को मौसम में और भी बदलाव होगा।

गर्मी के कारण राजस्थान में हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित

पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के बाद शुष्क हुए राजस्थान के मौसम का साइड इफेक्ट अब हवाई सेवाओं पर भी हावी हो रहा है। सबसे ज्यादा पर्यटकों से आबाद रहने वाले जैसलमेर एयरपोर्ट पर यात्री नहीं होने के चलते एयरलाइन कंपनियों की ओर से यहां से विभिन्न जगहों के लिए उड़ानें बंद कर दी गई है। वहीं दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद की उड़ानें बंद हो चुकी हैं। एयरलाइन कंपनी के प्रतिनिधियों के मुताबिक कम यात्रीभार के चलते उड़ानों का संचालन करना कठिन है। किशनगढ़ एयरपोर्ट से औसतन पहले 15 के मुकाबले अब 8 से दस उड़ानें संचालित हो रही हैं। बीकानेर एयरपोर्ट से बीते साल दिल्ली के लिए रोजाना जाने वाली उड़ान अब तीन दिन संचालित हो रही है। पहले यह उड़ान रोज संचालित होती थी। इसके अलावा मुंबई, अहमदाबाद की उड़ान पूरी तरह से बंद कर दी गई है। वहीं जोधपुर और उदयपुर एयरपोर्ट के एयरपोर्ट भी 15 से 20 उड़ानों का दायरा महज 10 से 14 उड़ानों तक पहुंच चुका है। उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर जैसे हवाईअड्डों से उड़ानों का संचालन में 60 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं जैसलमेर हवाईअड्डे से उड़ानों का संचालन पूरी तरह बंद होने की कगार पर है।

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