नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। महाराष्ट्र में अजित पवार की बगावत के बाद अब लड़ाई NCP पर दावेदारी तक पहुंच गई है। शरद पवार और अजित पवार दोनों गुटों ने पार्टी के नाम और निशान पर दावे को लेकर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है। उधर, दोनों गुटों ने शक्ति प्रदर्शन के लिए बैठक बुलाई। अजित पवार गुट की ओर से उनकी बैठक में 35 विधायकों के पहुंचने का दावा किया गया। जबकि वाई.बी. चव्हाण सेंटर में हुई शरद पवार गुट की बैठक में 13 विधायक पहुंचे। बता दें कि महाराष्ट्र में एनसीपी के कुल 53 विधायक हैं।
शरद पवार को बताया गुरू
बैठक के बाद अजित पवार ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमने यह कदम क्यों उठाया? यह बड़ा सवाल है। उन्होंने कहा शरद पवार हमारे नेता और गुरु हैं और इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने आगे कहा आज देश में जिस तरह की राजनीति हो रही है, वह देखने की जरूरत है। हम एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों के लिए काम करना चाहते हैं, उनके लिए काम करना हमारा सपना है।
जनता पार्टी का किया जिक्र
अजित पवार ने कहा, 1980 में कांग्रेस की सुनामी आई, इंदिरा गांधी फिर देश की प्रधानमंत्री बनीं। इतिहास देखिए देश को इस वक्त करिश्माई नेतृत्व की जरूरत है। अब कहां हैं जनता पार्टी, जो 77 में सत्ता में थे, वे अब कहीं नहीं हैं, क्योंकि उनके पास करिश्माई नेतृत्व नहीं है।