सीमा विवाद के मुद्दे पर सच छिपाना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं : सलमान खुर्शीद
सीमा विवाद के मुद्दे पर सच छिपाना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं : सलमान खुर्शीद

सीमा विवाद के मुद्दे पर सच छिपाना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं : सलमान खुर्शीद

नई दिल्ली, 31 अगस्त (हि.स.)। चीन के साथ सीमा विवाद के मुद्दे पर कांग्रेस लगातार सरकार को घेरती रही है। सीमा सुरक्षा को लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने सवाल भी किए कि आखिर सच छिपाने के पीछे मोदी सरकार का मंतव्य क्या है? अब इस क्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने भी केंद्र को निशाने पर लेते हुए कहा है कि मोदी सरकार कुछ भी बताती नहीं है, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले अर्थव्यवस्था, फिर सामाजिक व्यवस्था और अब सुरक्षा व्यवस्था संबंधी मामलों में भी सरकार सच छिपाने में लगी है। खुर्शीद का यह बयान तब आया है जब भारत और चीन के सैनिकों के फिर से आमने-सामने आने की खबरें आ रही हैं। हालांकि इस बार झड़प पेंगोंग झील के पास होने की खबर है। सीमा पर चीन से विवाद के मुद्दे पर चिंता जताते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा कि सरकार को चीजें छिपानी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि सच सामने नहीं आने पर लोगों में भ्रम की स्थिति होगी, जिससे देश में असमंजस का माहौल बनेगा। ऐसी स्थिति में जनता के बीच सच्चाई पेश नहीं करने वाली सरकार को कम से कम विपक्ष के साथ तो स्थिति साझा करनी चाहिए। खुर्शीद ने कहा कि विदेश मंत्रालय भी कह चुका है कि लद्दाख में आज स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने विपक्षी पार्टियों से एकजुट होकर संसद में सरकार से इस पर सवाल करने और दबाव बनाने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर संसद में भी जवाब नहीं मिलता है तो कैसे कहा जाएगा कि लोकतंत्र बचा हुआ है। सुरजेवाला ने पूछा- कब दिखेगी पीएम की ‘लाल आंखें’ पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि एकतरफ चीन लगातार घुसपैठ की साजिश को अंजाम देने में लगा है और सरकार है कि सोई हुई है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर प्रधानमंत्री ‘लाल आंख’ कब दिखाएंगे? उन्होंने ट्वीट कर कहा, “देश की सरज़मीं पर क़ब्ज़े का नया दुस्साहस! रोज़ नई चीनी घुसपैठ... पेंगोंग सो लेक इलाक़ा, गोगरा व गलवान वैली, डेपसंग प्लैनस, लिपुलेख, डोका लॉ व नाकु लॉ पास। फ़ौज तो भारत माँ की रक्षा में निडर खड़ी है पर मोदीजी की ‘लाल आंख’ कब दिखेंगी?” इसी मामले पर कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'भाजपा अन्य मुद्दों को लेकर सोशल मीडिया पर डिफेंड करने के लिए ओवर एक्टिव मोड में आ जाती है लेकिन चीन के मुद्दे पर स्लीप मोड में। इन मुद्दों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कब होगी- किस कारण से चीन में घुसपैठ हुई? यथास्थिति कब बहाल होगी? बेदखल करने के लिए क्या कदम उठाए गए? चीन का नाम लेने से क्यों डरती है सरकार?' उल्लेखनीय है कि बीते 29-30 अगस्त की रात पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग में भारत-चीन के सैनिकों का फिर से आमना-सामना हुआ। भारतीय सेना ने चीनी घुसपैठ का माकूल जवाब दिया। वही पेंगोंग झील के पास झड़प के बाद चुशूल में तनाव कम करने के लिए भारत और चीन के ब्रिगेडियर लेवल पर सैन्य अधिकारियों के बीच बैठक जारी है। हिन्दुस्थान समाचार/आकाश/बच्चन-hindusthansamachar.in

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