संसद का शीतकालीन सत्र नहीं बुलाना दुर्भाग्यपूर्ण : कांग्रेस
संसद का शीतकालीन सत्र नहीं बुलाना दुर्भाग्यपूर्ण : कांग्रेस

संसद का शीतकालीन सत्र नहीं बुलाना दुर्भाग्यपूर्ण : कांग्रेस

नई दिल्ली, 16 दिसम्बर (हि.स.)। कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार के संसद के शीतकालीन सत्र को नहीं बुलाने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उसका कहना है कि संसद सत्र नहीं चलाना लोकतंत्र की हत्या जैसा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सरकार ने यह निर्णय विपक्ष के सवालों से बचने के लिए काफी सोच-समझकर लिया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार का कहना है कि कोरोना महामारी एवं अन्य समस्याओं को देखते हुए संसद सत्र नहीं बुलाने का फैसला किया गया है। जबकि देश में स्कूल-कॉलेज खुल रहे हैं। यहां तक कि रेस्टोरेंट और बार तक को खोलने की अनुमति दी गई है, तब फिर संसद के शीतकालीन सत्र को चलाने को लेकर क्या दिक्कत हो रही है। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि वर्तमान में देश में हर तरह की आर्थिक गतिविधियां चल रही हैं। उस पर प्रधानमंत्री-गृहमंत्री समेत केंद्रीय नेताओं को रैलियां करने से भी नहीं रोका जा रहा, फिर संसद सत्र को लेकर सरकार बहाना बनाने में क्यों लगी है, यह समझ से परे हैं। उन्होंने सरकार पर जनता से जुड़े मुद्दों पर जवाब देने से बचने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर संसद सत्र चलता तो सरकार को विपक्ष के कड़े सवालों का सामना करना पड़ता इसलिए उसने सोच समझकर और कोरोना महामारी का बहाना लेकर संसद का शीतकालीन सत्र आयोजित नहीं करने का निर्णय लिया है।कांग्रेस प्रवक्ता ने किसान आंदोलन को लेकर सरकार पर किसानों हितों की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देश का किसान पिछले 21 दिनों से कड़कड़ाती ठंड में सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर है लेकिन सरकार है कि उसे किसान की बात सुनने तक का मौका नहीं मिल रहा। इतना ही नहीं सरकार के मंत्री अनाप-शनाप बयानबाजी तक किसानों को और आहत करने में ही लगे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/आकाश/सुनीत-hindusthansamachar.in

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