विकास और विनाश की इस लड़ाई में हर सीट जीतेगी भाजपा : प्रभात झा
विकास और विनाश की इस लड़ाई में हर सीट जीतेगी भाजपा : प्रभात झा

विकास और विनाश की इस लड़ाई में हर सीट जीतेगी भाजपा : प्रभात झा

भोपाल, 11 अक्टूबर (हि.स.)। आने वाले चुनाव साधारण चुनाव नहीं हैं। ये लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई है। विकास और विनाश की लड़ाई है। एक उद्योगपति और किसान के बेटे की लड़ाई है। हमारी सरकार ने बीते 6 महीनों में हर वर्ग के लिए काम किए हैं और हमारे कार्यकर्ता पूरे उत्साह से चुनावी समर में उतर चुके हैं। इसलिए इस लड़ाई में भाजपा हर सीट पर जीत हासिल करेगी। यह बात रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभात झा ने मीडिया से बातचीत में कही। इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल, राहुल कोठारी, पंकज चतुर्वेदी एवं प्रवीण नापित उपस्थित थे। कार्यकर्ताओं से लेकर जनता तक उत्साहित झा ने कहा कि मध्यप्रदेश के इतिहास में 28 सीटों पर उपचुनाव हमने न कभी देखे हैं और न सुने हैं। इन 28 सीटों में 19 जिले, 128 मंडल, 635 सेक्टर और 7920 बूथ हैं। उप चुनाव में 63 लाख से ज्यादा मतदाता हैं। ऐसा कोई बूथ नहीं है, जहां भाजपा के वरिष्ठ नेता नहीं पहुंचे हैं। वरिष्ठ नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक सभी एक दूसरे के पूरक बनकर कार्य कर रहे हैं। यह लड़ाई लोकतंत्र की रक्षा की है, विकास और विनाश की लड़ाई है। कोरोना संकट के बीच हो रहे इन चुनावों को लेकर जनता में अपार उत्सुकता और उत्साह है। भले ही ये उपचुनाव हैं, लेकिन इनमें आम चुनाव से अधिक मतदान होने वाला है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच है और इन 6 महीनों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जो कार्य किए हैं, वह इतिहास में कभी नहीं हुए। प्रदेश के किसान, स्ट्रीट वेंडर, मजदूर, स्वयं सहायता समूह, मेधावी विद्यार्थीयों सहित हर वर्ग के लिए काम हुए। विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत खातों में 1 लाख करोड़ से अधिक की राशि डाली गई है। कमलनाथ बताएं, कौन सी एक सीट जीत रही है कांग्रेस? प्रभात झा ने कहा कि चुनावों के बीच कांग्रेस में हायतौबा मची है। पार्टी के पास चुनाव के काम के लिए, बूथों पर बैठने के लिए कार्यकर्ता नहीं हैं क्योंकि अधिकांश कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो गए हैं। यह पहला चुनाव है जिसमें कांग्रेस के पास एक ही स्टार प्रचारक है, हर काम के लिए एक ही ठेकेदार है-कमलनाथ। उनके अलावा और कोई प्रचार के लिए निकल ही नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दूसरे वरिष्ठ नेता नाराज हैं, क्योंकि कमलनाथ स्वयं ही सारे पदों पर कब्जा किए हैं। इन परिस्थितियों के चलते इसलिए कांग्रेस बुरी तरह से पराजय की ओर जा रही है। कमलनाथ इतने सालों से राजनीति में हैं, वे अपने अनुभव से बताएं कि इस उपचुनाव में 28 सीटों में कांग्रेस कौन सी सीट जीत रही है? पूरे तालमेल से चुनाव लड़ रही भाजपा उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन की ताकत और जनता के सहयोग से चुनाव लड़ती है। व्यवस्था का नाम भाजपा है और अव्यवस्था का नाम कांग्रेस है। भाजपा में वरिष्ठ नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक पूरे तालमेल से चुनाव लड़ रहे हैं। जो कार्यकर्ता कांग्रेस से भाजपा में आए हैं वह भी पूरी ताकत के साथ जमीन पर कार्य कर रहे हैं और चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार भी पार्टी संगठन के लगातार संपर्क में रहकर काम कर रहे हैं। कभी सोचा है, सिंधिया जी ने क्यों छोड़ी पार्टी? झा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से सवाल किया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को क्या दुख हुआ कि उन्होंने पार्टी छोड़ दी? कमलनाथ सिंधिया जी और उनके साथियों की पीड़ा को समझ नहीं पाए। 2019 के लोकसभा चुनाव में जब कांग्रेस 29 में से 28 लोकसभा सीटों पर हार गई, तब भी उन्होंने यह जानने का प्रयास नहीं किया कि पार्टी क्यों इतनी बुरी तरह हारी। इसके बाद भी उन्होंने सुधार नहीं किया। कमलनाथ अपने नेता और कार्यकर्ता को नहीं संभाल पाए। यही नहीं, बल्कि कमलनाथ ने उन लोगों के जमीर और जमीन को चुनौती दी थी, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ी। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/राजूू-hindusthansamachar.in

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