लियो पारगिल चोटी फतह करने वाले आईटीबीपी के 28 सदस्य सम्मानित
लियो पारगिल चोटी फतह करने वाले आईटीबीपी के 28 सदस्य सम्मानित

लियो पारगिल चोटी फतह करने वाले आईटीबीपी के 28 सदस्य सम्मानित

नई दिल्ली, 22 सितम्बर (हि.स.)। लियो पारगिल चोटी को फतह करने वाले आईटीबीपी के 28 सदस्यों को मंगलवार को शिमला क्षेत्रीय मुख्यालय में प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सम्मानित किया। 22222 फीट यह ऊंची चोटी किन्नौर के जन्सकार रेंज में स्थित है व आरोहण के लिए तकनीकी रूप से अत्यन्त कठिन चोटियों में से एक मानी जाती है। आईटीबीपी के प्रवक्ता के अनुसार 28 सदस्यों के इस दल को 20 अगस्त को रिकांगपिओ से रवाना किया गया था। इस दल ने अति दुर्गम रास्ते व मुश्किलों को पार करते हुए 31 अगस्त और 1 सितम्बर को लियो पारगिल चोटी को फतह किया। पर्वतारोही टीम के कैप्टन उप सेनानी/जीडी कुलदीप सिंह व उप सेनानी/जीडी धर्मेन्द्र ठाकुर के नेतृत्व में कुल 12 सदस्यों ने लियो पारगिल चोटी का सफलतापूर्वक आरोहण किया। इस सदस्यों में शामिल किन्नौर के सीमावर्ती अन्तिम गांव छितकुल के रहने वाले हेड कान्स्टेबल प्रदीप नेगी ने दूसरी बार इस चोटी का सफलतापूर्वक आरोहण किया है। इससे पूर्व वह विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउण्ट एवरेस्ट को दो बार फतेह करने का कारनामा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने पर्वतारोही दल व इस अभियान को सफल बनाने वाले प्रत्येक सदस्य को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान बल के कर्मियों को नेतृत्व, आत्मीयता, अनुशासन और आत्मविश्वास की भावना विकसित करने के अलावा जवाबदेही और पहल के साथ अनिश्चित और गंभीर परिस्थितियों का सामना करने के लिए प्रशिक्षित करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस पर्वतारोहण अभियान ने पर्यावरण जागरुकता और स्वच्छता के संदेश को आगे बढाया है। उन्होंने जिला किन्नौर और साथ ही पूरे हिमाचल प्रदेश में आईटीबीपी द्वारा किए गये विभिन्न बचाव कार्यों व भारत-चीन सीमा के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका की प्रशंसा की। इसी क्रम में आईटीबीपी के उप महानिरीक्षक प्रेम सिंह ने कहा कि बल साहसिक खेलों जैसे चट्टान आरोहण, पर्वतारोहण, स्कींइग, रिवर-राफ्टिंग, माउण्टेन बाइकिंग एवं पैरा ग्लाइडिंग में भी अपने प्रभुत्व के लिए विश्व विख्यात है और समय-समय पर इनका विशेष आयोजन भी करवाता रहता है। खेल के क्षेत्र में इस बल ने समय-समय पर राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधत्व भी किया है। विश्वव्यापी कोरोना महामारी के दौरान भी इस प्रकार के पर्वतारोहण अभियान का आयोजन एक सकारात्मक संदेश लेकर आये हैं। इस पर्वतारोहण अभियान का इसलिए भी अलग महत्व है के यह भारत में इस स्तर का वर्ष का प्रथम सफलतापूर्ण पर्वतारोहण अभियान है। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी/सुनीत-hindusthansamachar.in

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