राज्यों के वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी परिषदों को मजबूत बनाने की आवश्यकता: डॉ. हर्षवर्धन
राज्यों के वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी परिषदों को मजबूत बनाने की आवश्यकता: डॉ. हर्षवर्धन

राज्यों के वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी परिषदों को मजबूत बनाने की आवश्यकता: डॉ. हर्षवर्धन

-डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यों के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रियों को संबोधित किया नई दिल्ली, 23 दिसम्बर (हि.स.)। केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने बुधवार को छठे भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के दूसरे दिन विभिन्न राज्यों के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रियों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी की क्षमता का समुचित उपयोग किया जाना चाहिए। इसी तरह प्रयोगशालाओं के निष्कर्ष का भी उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों की प्रयोगशालाओं में से समाधान निकलते हैं । उन्होंने बताया कि भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव की शुरुआत 2015 में की गई थी। यह विज्ञान महोत्सव प्रति वर्ष आयोजित की जाती है। यह खुशी का विषय है कि हर बार के विज्ञान महोत्सव में पहले से अधिक उत्साह और प्रतिभागिता दिखाई देती है। इस वर्ष एक लाख से अधिक लोगों ने चार दिन के छठे विज्ञान महोत्सव के लिए अपना पंजीकरण कराया है। विज्ञान महोत्सव से दूर-दराज के सजग व्यक्ति और विद्यार्थी एक क्लिक से जुड़कर विज्ञान के क्षेत्र की नई उपलब्धियों और निष्कर्षों की जानकारी ले रहे हैं। विज्ञान महोत्सव के निष्कर्ष भी राज्यों के लोगों तक पहुंचने चाहिए। डॉ. हर्ष वर्धन ने राज्यों की विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषदों के संकलन और पोर्टल का भी लोकार्पण किया। इस पोर्टल में राज्यों की परिषदों के प्रमुख प्रस्ताव, सफलता की कहानियां, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भागीदारी आदि का विवरण दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्यों के विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषदों को मजबूत और नवीन गतिविधियों के प्रति सजग बनाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विज्ञान की सफलताओं के लाभ राज्यों की जनता तक भी पहुंचने चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/रामानुज-hindusthansamachar.in

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