देश
रक्तरंजित राजनीति ने शोनार बांग्ला की छवि को बिगाड़ कर रख दिया है
पश्चिम बंगाल में चुनावों की औपचारिक घोषणा के साथ ही राजनैतिक पारा भी उफान पर पहुँच गया है। देखा जाए तो चुनाव किसी भी लोकतंत्र की आत्मा होते हैं, सैद्धांतिक रूप से तो चुनावों को लोकतंत्र का महापर्व कहा जाता है और निष्पक्ष चुनाव लोकतंत्र की नींव को मजबूती प्रदान क्लिक »-www.prabhasakshi.com