भारी बारिश से फसलों के नुकसान का सर्वेक्षण करायेगी राज्य सरकार
भारी बारिश से फसलों के नुकसान का सर्वेक्षण करायेगी राज्य सरकार

भारी बारिश से फसलों के नुकसान का सर्वेक्षण करायेगी राज्य सरकार

कैबिनेट की बैठक में सरकार ने लिया फैसला गांधीनगर/अहमदाबाद, 02 सितम्बर (हि.स.)। पिछले 15 दिन में भारी बारिश और उसके बाद बाढ़ से सबसे अधिक नुकसान किसानों का हुआ है। बाढ़ के पानी से सैकड़ों एकड़ खड़ी फसल का नुकसान हुआ है। किसानों की स्थिति देखते हुये राज्य सरकार ने किसानों की फसलों के नुकसान का सर्वे कराने का निर्णय लिया है। यह निर्णय आज कैबिनेट की बैठक में लिया गया है। अमरेली जिले के बाबरा तहसील के चमरडी गांव में रहने वाले किसान जादवभाई वस्तपारा ने बताया कि भारी बारिश के कारण उनकी कपास की फसल खराब हो गई थी। उन्होंने बताया कि 25 बीघा में लगी कपास खराब हो गई है। उन्होंने बताया कि मूंग, उड़द, तिल सहित फसलें खराब हो गई हैं। सरकार को किसानों की मदद के लिए कुछ करना चाहिए। अन्य किसान लखूभाई समतभाई बसिया ने कहा कि कपास की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है और मूंगफली की फसल भी खराब हो रही है। सरकार किसानों के बारे में कुछ सोचती है, तो यह अच्छा है, अन्यथा किसान के पास आत्महत्या करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। किसान अब कर्ज में डूब गया है। सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण गुजरात में भारी बारिश से कपास, गन्ना, ऐरंडा, बाजरा, धान, केला, सब्जियां, मूंगफली, दिवेला और तिल की फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है। किसानों के मुताबिक कपास और मूंगफली की फसल को 80 फीसदी नुकसान हुआ है, जबकि तिल की फसल को उससे अधिक नुकसान हुआ है। उल्लेखनीय है कि गुजरात सरकार ने 22 दिन पहले सूखा, भारी बारिश या बेमौसम बारिश से हुये नुकसान झेलने वाले किसानों के लिए मुख्यमंत्री किसान सहाय योजना की घोषणा की थी। चालू वर्ष के खरीफ सीजन के लिए इस योजना के तहत, किसानों को फसल बीमा का लाभ मिलेगा, भले ही उन्होंने एक भी प्रीमियम का भुगतान न किया हो। केंद्र सरकार ने फसल बीमा आवश्यकता की घोषणा के बाद भी गुजरात सरकार ने राज्य के किसानों को बिना प्रीमियम के मुआवजा प्रदान करने के उद्देश्य से चालू वर्ष के लिए यह योजना शुरू की है। इसका मतलब है कि इस योजना का लाभ चालू वर्ष के खरीफ (मानसून) के मौसम के लिए पर्याप्त होगा। राज्य सरकार ने इसके लिए 1,800 करोड़ रुपये रखे हैं। हिन्दुस्तान समाचार / हर्ष / पारस-hindusthansamachar.in

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