प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित युवा देश के विकास में दे रहे हैं रचनात्मक सहयोग : केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित युवा देश के विकास में दे रहे हैं रचनात्मक सहयोग : केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री

प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित युवा देश के विकास में दे रहे हैं रचनात्मक सहयोग : केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री

दिल्ली/जयपुर, 27 दिसम्बर (हि.स.)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने रविवार को अपने दिल्ली स्थित आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आकाशवाणी कार्यक्रम 'मन की बात' को सुना। इस अवसर पर उनके साथ स्टाफ सदस्य तथा क्षेत्र से आए हुए कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम सुनने के बाद केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की बात को पूरा देश सुनता है और उस पर अमल करता है। उन्होंने कहा कि मोदी की अपील का युवाओं पर असर हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित युवा देश में विकास में रचनात्मक सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में देशवासियों से नए साल में भारत में और ‘भारतीयों के पसीने’ से बने उत्पादों का दैनिक जीवन में उपयोग करने का संकल्प लेने का आग्रह किया और निर्माताओं तथा उद्योग जगत से विश्वस्तरीय उत्पाद बनाना सुनिश्चित कर आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मजबूत कदम आगे बढ़ाने को कहा है। प्रधानमंत्री की इस बात से मैं पूर्णतया सहमत हूं और आमजन से आग्रह करूंगा कि सामान्य जीवन में इस्तेमाल होने वाली चीजों के लिए भारत में बने, भारत के लोगों के पसीने से बने उत्पादों का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल' आज घर-घर में गूंज रहा है। ऐसे में अब, यह सुनिश्चित करने का समय है, कि हमारे उत्पाद विश्वस्तरीय और गुणवत्तापूर्ण हों। वहीं कृषि राज्य मंत्री ने 29 दिसंबर को किसानों की ओर से वार्ता का प्रस्ताव स्वीकार करने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार बहुत पहले से ये कहती आ रही है कि हम बातचीत करना चाहते हैं। अब किसान नेताओं ने सरकार को चिट्ठी लिख बैठक की तारीख तय की है। हम उसका स्वागत करते हैं, वे आएं, बैठें और बातचीत करें। सरकार जानती है कि किसी भी समस्या का हल बातचीत से ही निकलता है और मुझे विश्वास है कि इस बार होने वाली बैठक में जरूर कोई हल निकल जाएगा। ये तीनों कानून किसानों के हित में हैं, लेकिन फिर भी किसी सुधार की आवश्यकता किसानों को लगती है, तो सरकार विचार करने को तैयार है। हम छह दौर की वार्ता कर चुके हैं और मुझे उम्मीद है ये बातचीत का दौर अच्छा रहेगा।मुझे उम्मीद है कि ये बातचीत का अंतिम दौर होगा और समस्या का समाधान होगा। हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप/सुनीत-hindusthansamachar.in

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