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न्यू इंडिया का मूल मंत्र है 'एक भारत श्रेष्ठ भारत': प्रो. संजय द्विवेदी
नई दिल्ली। ''भारत जैसा कोई देश नहीं है, जो इतना विविध, बहुभाषी और बहुसांस्कृतिक हो। ज्ञान-विज्ञान से समृद्ध भारत आज मंगल से लेकर चंद्रमा तक अपनी छाप छोड़ रहा है। न्यू इंडिया के सपने को पूरा करने का सिर्फ एक ही मंत्र है, 'एक भारत श्रेष्ठ भारत'।'' यह विचार भारतीय क्लिक »-www.prabhasakshi.com