दिवाली त्योहार के दौरान खादी और अन्य ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री में हुई उल्लेखनीय वृद्धि
दिवाली त्योहार के दौरान खादी और अन्य ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री में हुई उल्लेखनीय वृद्धि

दिवाली त्योहार के दौरान खादी और अन्य ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री में हुई उल्लेखनीय वृद्धि

नई दिल्ली, 15 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ तथा ‘वोकल फॉर लोकल’ और मंत्रालय के सोशल मीडिया अभियान के चलते खादी तथा अन्य स्थानीय एवं ग्राम उद्योगों द्वारा तैयार उत्पादों की बिक्री में अभूतपूर्व वृद्धिदेखी गई है। इस वर्ष दिवाली के त्योहारी मौसम के दौरान स्थानीय उत्पादों की बिक्री में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के अनुसार हाल ही में बीते त्यौहार से पहले स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक और आकर्षक तथा नवीन सोशल मीडिया अभियान शुरू किया था। ‘उजाले इन उम्मीदों के’ ब्रांड के उद्देश्य और हैश-टैग एमएसएमईचैंपियन के साथ अभियान को लगभग एक दर्जन स्थानीय उत्पादों और प्रक्रियाओं के वीडियो व संदेशों सहित एक महीने से अधिक समय तक चलाया गया था। यह एक बहुत बड़ी सफलता थी,जो बहुत लोकप्रिय हुई। कुल मिलाकर इस साल दिवाली के दौरान उत्पादों की बिक्री में 2019 की दिवाली की तुलना में लगभग 300 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में फैले खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के आउटलेटों से पिछले वर्ष दिवाली के दौरान कुल बिक्री 5 करोड़ रुपये से चार गुना बढ़कर इस वर्ष लगभग 21 करोड़ रुपये हो गई है। देश में कोविड-19 महामारी के बावजूद यह रिकॉर्ड वृद्धि, खादी, अगरबत्ती, मोमबत्ती, दीया, शहद, धातु कला उत्पादों, कांच के बक्से में चरखे, कृषि और खाद्य पदार्थों, कपास और रेशम कपड़े, ऊनी और कढ़ाई उत्पादों सहित लगभग सभी उत्पादों में हुई है। हिन्दुस्थान समाचार/अनूप-hindusthansamachar.in

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