गीता-किसी-भाषा-प्रांत-या-धर्म-की-नहीं-संपूर्ण-मानवता-का-ग्रंथ-हैः-ओम-बिड़ला
गीता-किसी-भाषा-प्रांत-या-धर्म-की-नहीं-संपूर्ण-मानवता-का-ग्रंथ-हैः-ओम-बिड़ला

गीता किसी भाषा, प्रांत या धर्म की नहीं संपूर्ण मानवता का ग्रंथ हैः ओम बिड़ला

कुरुक्षेत्र । लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि गीता किसी भाषा, प्रांत, धर्म की नहीं बल्कि संपूर्ण मानवता का ग्रंथ है। यह ग्रंथ हमारे जीवन की पाठशाला है। हम इसे पढ़कर अपने जीवन की सही राह पर बढ़ सकते हैं। यह हमें जीवन जीने का रास्ता बताती है। क्लिक »-www.prabhasakshi.com

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in