आध्यात्म और जन सेवा के साथ संपन्न हुआ मिथिला सेवा ट्रस्ट का वार्षिकोत्सव
आध्यात्म और जन सेवा के साथ संपन्न हुआ मिथिला सेवा ट्रस्ट का वार्षिकोत्सव

आध्यात्म और जन सेवा के साथ संपन्न हुआ मिथिला सेवा ट्रस्ट का वार्षिकोत्सव

ओम प्रकाश कोलकाता, 19 जनवरी (हि. स.)। कोलकाता में रहने वाले मिथिला वासियों की सामाजिक संस्था मिथिला सेवा ट्रस्ट का दो दिवसीय वार्षिकोत्सव आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों के साथ संपन्न हुआ है। बागुईहाटी के जरदाबागान स्थित बंधु महल क्लब प्रांगण में 16 जनवरी से इसकी शुरुआत हुई थी। दीप प्रज्वलन के साथ मालती झा ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। पहले दिन सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ तथा 24 घंटे का अखंड अष्टयाम संकीर्तन का आयोजन शुरू हुआ। दूसरे दिन 17 जनवरी को मैथिली के महान कवि विद्यापति की स्मृति में मिथिला विभूति पर्व का आयोजन किया गया जिसमें मिथिला की समाजिक विभूतियों को सम्मानित किया गया है। मिथिला संकीर्तन मंडली सम्मान प्रहलाद सिंह जी को मिला है जबकि बाबु साहेब चौधरी सम्मान गंगा नारायण झा को दिया गया है। यह जानकारी मिथिला सेवा ट्रस्ट के संस्थापक चेयरमैन रामाकांत झा ने दी। उन्होंने बताया कि नर को नारायण समझने की प्रेरणा के साथ जन सेवा और राष्ट्र के आध्यात्मिक उन्नति का संदेश वार्षिकोत्सव के जरिए दिया गया है। पहले सत्र के कार्यक्रम का संचालन रमाकांत झा ने किया जबकि दूसरे सत्र के सूत्रधार मिथिला रत्न विभूषित रामसेवक ठाकुर रहे। कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर रुपेश त्योंथ, मालती झा, नवीन झा, प्रेम झा, प्रहलाद सिंह, पार्थ सरकार, सोमेश्वर बागुइ, अभय झा, अरुण सिंह, शिव चरण शुक्ला, आदि उपस्थित थी। समारोह के अंत में ट्रस्ट की तरफ से गरीबों में कंबल बांटे गये। इसके साथ ही इस वार्षिकोत्सव की सफलता में सुनील कुमार झा, अमर नाथ मिश्र, शशि कान्त झा, विजय झा, ललन राय, राकेश, श्याम, रमेश, नवीन झा, धनंजय झा, उग्र नाथ आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

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