पश्चिम बंगालः हिंसा से डर कर 300 से अधिक भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे असम: डॉ विश्वशर्मा
-दीदी को लोकतंत्र के इस बदसूरत नंगा नाच को रोकने के लिए कदम उठाना चाहिए: डॉ विश्वशर्मा गुवाहाटी, 04 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही हिंसा का दौर आरंभ हो गया था। चुनावों के दौरान भी हिंसक घटनाएं जारी रही अब जबकि मतगणना समाप्त हो गई है। नयी सरकार का स्वरूप सामने आ गया है, बावजूद हिंसा रूकने का नाम नहीं ले रही है। भाजपा यह आरोप लगा रही है कि टीएमसी के गुंडे भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगातार हमले कर रहे हैं। इस कड़ी में मंगलवार को असम के शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्त आदि मामलों के मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने एक ट्वीट कर बंगाल में लोकतंत्र की हो रही हत्या की ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का ध्यान आकृष्ट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि पश्चिम बंगाल में जो कुछ हो रहा है वह बेहद दुखद स्थिति उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कहा कि 300 से 400 भाजपा कार्यकर्ता व उनके परिवार के लोग पश्चिम बंगाल से असम के धुबरी जिला में आश्रय लेने के लिए पहुंचे हैं। उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल से असम में आए नागरिकों को आश्रय व भोजन की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने अपने ट्वीट को ममता बनर्जी को टैग करते हुए कहा है कि दीदी को लोकतंत्र के इस बदसूरत नंगा नाच को रोकने के लिए कदम उठाना चाहिए। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार कूचबिहार इलाके के तूफानगंज विधानसभा क्षेत्र से हिंसा व अत्याचार से डरकर लगभग 300 से 400 लोग असम के धुबरी जिला के गोलकगंज थानांतर्गत छत्रसाल, रंगपागली, छागलिया, हालागुड़ा, इलाके में आए हैं। सभी भाजपा कार्यकर्ता कुचबिहार के तूफानगंज विधानसभा क्षेत्र की विजयी भाजपा विधायक मालती राभा के क्षेत्र के रहने वाले बताये गये हैं। सूत्रों ने बताया है कि सीमांत चेतना मंच, पूर्वोत्तर इकाई के साथ ही स्थानीय नागरिकों ने पश्चिम बंगाल से आए लोगों के आश्रय व भोजन-पानी की व्यवस्था की है। हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद