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दिग्गज टीडीपी नेता यादलापति वेंकट राव का निधन

हैदराबाद, 28 फरवरी (आईएएनएस)। वेटरन टीडीपी नेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री यादलपति वेंकट राव का सोमवार को निधन हो गया। वह 102 थे। पूर्व सांसद वेंकट राव ने हैदराबाद में अपनी बेटी के आवास पर अंतिम सांस ली। आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के रहने वाले नेता ने 1970 के दशक के अंत में अविभाजित आंध्र प्रदेश में कृषि मंत्री के रूप में कार्य किया था। वह स्वतंत्रता संग्राम और किसान नेता एन जी रंगा के करीबी अनुयायी थे। वह संगम डेयरी के संस्थापक अध्यक्ष भी थे। वेंकट राव पहली बार 1967 में स्वतंत्र पार्टी के उम्मीदवार के रूप में वेमुरु निर्वाचन क्षेत्र से आंध्र प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए थे। वह 1972 में फिर से चुने गए। 1978 में, उन्हें कांग्रेस पार्टी के टिकट पर फिर से चुना गया था। टीडीपी ने राव को राज्यसभा सदस्य बनाया था। उन्होंने टीडीपी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय पोलित ब्यूरो के सदस्य के रूप में भी कार्य किया। वह 2004 से राजनीति में सक्रिय नहीं थे। टीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने वेंकट राव के निधन पर दुख व्यक्त किया। नायडू ने वेंकट राव को आंध्र प्रदेश की राजनीति में एक पिता के रूप में वर्णित किया, जिन्होंने अपने लंबे और आदर्शवादी राजनीतिक जीवन में एक मंत्री और कई अन्य क्षमताओं के रूप में कार्य किया। टीडीपी प्रमुख ने कहा कि यादलापति का जीवन और समय युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणादायी उदाहरण है। उन्होंने अपने प्रभावशाली करियर में जितने भी पदों को सुशोभित किया, उन सभी को उन्होंने गौरव दिलाया है। नायडू ने यादलापति के साथ अपने संबंधों को याद किया और कहा कि राजनीति में उन्हें हमेशा एक दुर्लभ व्यक्तित्व के रूप में याद किया जाएगा। नायडू ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। टीडीपी महासचिव नारा लोकेश ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें राजनीतिक दिग्गज बताया। लोकेश ने याद किया कि कैसे यादलापति कई दशकों तक स्वच्छ राजनीति के लिए खड़े रहे। उनका नाम ईमानदारी और निष्पक्षता का पर्याय था। लोकेश ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की। --आईएएनएस एमएसबी/आरजेएस

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