केरल कांग्रेस के दिग्गज नेता के.वी. थॉमस माकपा के सेमिनार में भाग लेने के लिए तैयार
तिरुवनंतपुरम, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता परेशान हैं, क्योंकि पार्टी के दिग्गज नेता के.वी.थॉमस बुधवार को कन्नूर में चल रहे 23वीं सीपीआई-एम पार्टी कांग्रेस के सेमिनार में भाग लेने के लिए ²ढ़ हैं। सोमवार को कार्यक्रम के मुख्य आयोजक और माकपा कन्नूर के जिला सचिव एम.वी.जयराजन ने उम्मीद जताई कि शशि थरूर और थॉमस दोनों इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए थॉमस ने कहा कि वह एआईसीसी अध्यक्ष सोनिया गांधी के जबाव का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने इसके लिए अनुमति मांगी है। थॉमस ने कहा, इंतजार करें और देखें और निष्कर्ष पर ना जाएं। यह सीपीआई-एम का राज्य सम्मेलन नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय सम्मेलन है और इसके सभी राष्ट्रीय नेता हैं। इंतजार करते हैं। 75 वर्षीय थॉमस पहले 1984 से 1996 तक एर्नाकुलम से लोकसभा सदस्य रहे हैं और फिर उन्होंने एक विधायक के रूप में दो कार्यकाल दिए और एके एंटनी के मंत्रालय (2001-04) में कैबिनेट मंत्री रहे। फिर 2009 से 2019 तक वे फिर लोकसभा में रहे। कासरगोड से कांग्रेस के लोकसभा सदस्य राजमोहन उन्नीथन ने कहा कि यह बहुत बुरा है कि थॉमस ने संगोष्ठी में भाग लेने पर भी विचार किया। उन्नीथन ने कहा, यह समझने में विफल रहा कि थॉमस संगोष्ठी में भाग लेने के लिए क्यों जा रहे हैं। उन्हें केरल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझना चाहिए और उनके अनुसार व्यवहार करना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है और उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए। माकपा मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के.सुधाकरन के गृह क्षेत्र में आयोजित होने वाले अपने सेमिनार में थरूर और थॉमस को लुभाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। विजयन और सुधाकरन दोनों लंबे समय से चल रहे झगड़े में उलझे हुए हैं और अगर सीपीआई-एम थॉमस को भी पाने में कामयाब हो जाता है, जो वर्तमान में 2019 के चुनावों में अपनी मौजूदा लोकसभा सीट से इनकार करने के बाद परेशान है और फिर उन्होंने 2021 अप्रैल के विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने के लिए एक सीट हासिल करने का प्रयास किया, लेकिन वह भी असफल रहा। तब से अटकलें लगाई जा रही थीं कि थॉमस सीपीआई-एम में शामिल हो गए हैं और उन्हें आमंत्रित किया गया है और अगर वह सामने आए, तो सुधाकरन के मुंह पर एक तमाचा होगा, जिन्होंने पहले ही चेतावनी दी थी कि किसी को भी नहीं जाना चाहिए। इस बीच, सोमवार दोपहर को, एआईसीसी ने निर्देश दिया कि कोई भी निकाय संगोष्ठी में शामिल ना हो और पहले के रुख में कोई बदलाव न हो। अब गेंद थॉमस के पाले में है। --आईएएनएस एचके/एएनएम