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शाह से 3 कश्मीरी छात्रों के खिलाफ देशद्रोह के आरोप हटाने का आग्रह किया

श्रीनगर, 17 मई (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा से तीन कश्मीरी छात्रों पर से देशद्रोह के आरोप हटाने और उनका निलंबन रद्द करने की अपील की। शाह और येदियुरप्पा को संबोधित एक पत्र में, छात्र संघ के प्रवक्ता, नासिर खुहमी ने कहा कि सोशल मीडिया पर एक कथित वीडियो वायरल होने के बाद धारवाड़ जिले के हुबली शहर में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए तीन कश्मीरी छात्र आर्थिक रूप से गरीब परिवारों से हैं। यह छात्र एआईसीटीई की एक पहल के तहत के. एल. ई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, हुबली (कर्नाटक) में केंद्र सरकार छात्रवृत्ति योजना (पीएमएसएसएस) के माध्यम से भर्ती हुए थे। पत्र में कहा गया है कि इन छात्रों ने जो कुछ भी किया वह उनकी गलती थी और सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए वीडियो को व्यापक रूप से फैलने पर उनका करियर भी दांव पर लग गया है। उन्होंने कहा कि छात्रों के खिलाफ देशद्रोह का आरोप एक अस्वीकार्य रूप से कठोर सजा है, जो उनके भविष्य को बर्बाद कर देगा। इसमें कहा गया है कि इन आरोपों से छात्रों के शैक्षणिक करियर के साथ ही भविष्य पर गंभीर परिणाम साबित होंगे, इसलिए इन्हें वापस लिया जाना चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि छात्रों को शिक्षा के मौलिक अधिकार से वंचित नहीं किया जाना चाहिए, जिसे भारत का संविधान भी सभी बाधाओं के परे रखता है। एसोसिएशन के सचिव दाऊद अहमद ने शाह और येदियुरप्पा से अनुरोध किया कि वे छात्रों को उनकी पढ़ाई जारी रखने और अपने संस्थान की नैतिक स्थिति और भारत के निष्पक्ष संविधान में अपना विश्वास बहाल करने का मौका दें, ताकि गरीब बच्चों का भला हो सके। उन्होंने कहा कि छात्रों के पास अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए आय का कोई अन्य स्रोत नहीं है, सिवाय इसके कि केंद्र सरकार द्वारा पीएमएसएसएस के माध्यम से उनके पक्ष में छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। अहमद ने इस संबंध में पुष्टि करते हुए बताया कि उन्होंने गृह मंत्री और कर्नाटक के मुख्यमंत्री से उनके खिलाफ देशद्रोह के आरोपों को हटाने का अनुरोध किया है। --आईएएनएस एकेके/एएनएम

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