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(अपडेट) भारत -अमेरिका संयुक्त युद्धाभ्यास शुरू, महाजन फील्ड फायरिंग में सारथी के सामने कमजोर दिखा अमेरिकी स्ट्राइकर टैंक

-भारत-अमेरिका का संयुक्त युद्धाभ्यास 21 तक चलेगा बीकानेर, 08 फरवरी (हि.स.)। बीकानेर की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत और अमेरिका के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास सोमवार से शुरू हो गया। युद्धाभ्यास 21 फरवरी तक चलेगा। युद्धाभ्यास के पहले दिन थार के रेगिस्तान में सबसे बड़ा अमेरिकी स्ट्राइकर टैंक दौड़ता दिखा। ये टैंक भारत के सारथी टैंक के सामने कमजोर ही दिखा। सोमवार को इन टैंकों समेत कई हथियारों का प्रदर्शन किया गया। कोरोना काल शुरू होने के बाद अमेरिकी सेना पहली बार किसी दूसरे देश में अभ्यास कर रही है। सैन्य प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि 19 और 20 फरवरी को युद्ध जैसा ही माहौल दिखेगा। इसमें दोनों देश अपने हथियारों और उपकरणों का इस्तेमाल कर सकेंगे। साथ ही, हेलीकॉप्टर और टैंकों का को-ऑर्डिनेशन भी दिखाया जाएगा। युद्धाभ्यास में दोनों देशों की सेनाएं जमीनी हमलों का अभ्यास करेंगी। यह देखा जाएगा कि सेना की दो अलग-अलग टुकड़ियां कितने समय में युद्ध वाले इलाके में पहुंच सकती हैं। इसके बाद देखा जाएगा कि दो अलग-अलग तरह की ब्रिगेड के सैनिक किस तरह एक जगह एक साथ आपस में को-ऑर्डिनेट करते हैं। ये दोनों आपसी तालमेल के साथ दुश्मन की जमीन पर हमला कर उस पर कब्जा जमाने की कोशिश करेंगे। अलग फॉर्मेशन में सैन्य टुकड़ियां आगे बढ़ेंगी। रणनीति में रोजाना बदलाव होगा। साथ ही दुश्मन की क्षमता के आधार पर भी स्ट्रैटजी में बदलाव होगा। युद्धाभ्यास के दौरान ट्रेडिशनल, नॉन ट्रेडिशनल और दोनों के हाइब्रिड मॉडल को आजमाया जाएगा। युद्धाभ्यास के लिए अमेरिका से 240 सैनिक भारत आए हैं। यह अमेरिका की सबसे पुरानी बटालियन का दल है, इसमें महिलाएं भी शामिल हैं। इसे इन्फेंट्री बटालियन कहा जाता है। इसके अलावा इन्फेंट्री रेजीमेंट की एक कमांड भी है। इस दल में जमीन से दूर तक हमला करने वाला स्ट्राइकर ब्रिगेड कॉम्बेट भी शामिल है। ये दल अपने साथ टैंक भी लेकर आया है। भारतीय सेना की अगुवाई सप्तशक्ति कमान की 11वीं बटालियन और जम्मू-कश्मीर राइफल्स कर रही हैं। वहीं, अमेरिकी सेना की कमान 2 इन्फेंट्री बटालियन, 3 इन्फेंट्री रेजिमेंट, 1.2 स्ट्राइकर ब्रिगेड कॉम्बैट टीम के सैनिक कर रहे हैं। युद्धाभ्यास के लिए अमेरिकी सेना अपने साथ स्ट्राइकर (बख्तरबंद वाहन) भी लेकर आई है। भारत-अमेरिका संयुक्त प्रशिक्षण युद्धाभ्यास की शुरुआत महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में सोमवार को उद्घाटन समारोह के साथ हुई, जिसमें दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज फहराए गए। यह 14 दिवसीय द्विपक्षीय युद्धाभ्यास संयुक्त राष्ट्र घोषणा-पत्र के तहत रेगिस्तानी इलाके की पृष्ठभूमि में काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन पर केंद्रित रहेगा। युद्धाभ्यास का उद्घाटन समारोह महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में हुआ। 170 इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर मुकेश भानवाला ने अमेरिकी दल का स्वागत किया। उन्होंने अभ्यास के सैन्य उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए सामंजस्य और अंतर संचालन को प्राप्त करने के लिए दोनों सैनिक दलों से अनुरोध किया। उन्होंने विचारों, अवधारणाओं के नि:शुल्क आदान-प्रदान के महत्व पर बल दिया, सैनिकों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं और एक-दूसरे के परिचालन अनुभवों से सीखने की आवश्यकता के साथ-साथ स्थितिजन्य जागरुकता को बढ़ाया। युद्धाभ्यास के दौरान कई एरियल प्लेटफॉर्म जिसमें भारतीय सेना में हाल ही में शामिल हुए नए स्वदेशी एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर डब्ल्यूएसआई ‘रुद्र’, एमआई-17, चिनूक, अमेरिकी सेना के स्ट्राइकर वाहन और भारतीय सेना के बीएमपी-मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल का भी उपयोग किया जाएगा। यह युद्धाभ्यास दोनों देशों को सफल उग्रवाद विरोधी अभियान के संचालन एवं संयुक्त सैन्य कार्यवाही की उनकी क्षमता वृद्धि में सहायक सिद्ध होगा। आतंकवाद रोधी अभियानों के अलावा, मानवीय सहायता और आपदा राहत में अनुभवों का आदान-प्रदान भी अभ्यास का एक हिस्सा होगा। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संंदीप-hindusthansamachar.in

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