two-day-parliament-of-students-started-in-jharkhand-assembly-hemant-said---youth-with-political-consciousness-will-give-new-light-to-the-country-and-the-state
two-day-parliament-of-students-started-in-jharkhand-assembly-hemant-said---youth-with-political-consciousness-will-give-new-light-to-the-country-and-the-state

झारखंड विधानसभा में शुरू हुई छात्रों की दोदिवसीय संसद, हेमंत बोले- राजनीतिक चेतना वाले युवा देश-राज्य को देंगे नयी रोशनी

रांची, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। झारखंड विधानसभा में दो दिविसीय छात्र संसद आज से शुरू हो गयी। इसका उद् घाटन करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा किराजनीतिक-सामाजिक चेतना वाले युवा ही देश, राज्य और समाज को नयी रोशनी दे सकते हैं। विधानसभा के भीतर इस आयोजन का उद्देश्य यही है कि युवा संसदीयएवं विधायी कार्यप्रणाली को समझें और लोगों को जागरूक करें। दो दिनों तक चलनेवाली इस संसद में राज्य भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों से प्रतियोगिताओं के आधार पर चुनकर आये 24 विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। इनमें आठ छात्राएं हैं। देश की किसी भी विधानसभा के भीतर ऐसा आयोजन पहली बार हो रहा है। झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने इस मौके पर कहा कि राज्य के कई सांसद-विधायक भी विधायी तौर-तरीकों से पूरी तरह अवगत नहीं हैं। उनका ज्ञान खंडित है। हम जिस संसदीय शासन प्रणाली से शासित होते हैं, उसकी बारीकियों से हमें अवगत होना चाहिए। ऐसे में यह आयोजन कल की आनेवाली पीढ़ी को संसदीय प्रणाली के प्रति जागरूक करेगा। उद्घाटन सत्र के बाद छात्र संसद की कार्यवाही के दौरान झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो सहित राज्य के कई मंत्री, विधायक दर्शक दीर्घा में मौजूद रहे। छात्र संसद के प्रतिनिधियों ने संसदीय नियमों के अनुसार प्रोटेम स्पीकर का चुनाव किया। सभी सदस्यों ने बकायदा शपथ ली। छात्र संसद की कार्यवाही के दौरान 31 अक्टूबर को झारखंड की वन संपदा पर विधेयक पेश किया जायेगा और सदस्यों की ओर से संशोधन के प्रस्ताव लाये जायेंगे। पक्ष-विपक्ष की बहस के बाद विधेयक पारित किया जायेगा। बता दें कि झारखंड विधानसभा नेछात्रों को विधायी प्रक्रियाओं और संसदीय कामकाज की प्रणाली से अवगत कराने के लिए पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च नामक संस्था के सहयोग से यह आयोजन किया है। इस पूरे आयोजन का थीम यूथ फॉर ग्रीन झारखंड रखा गया है। --आईएएनएस एसएनसी/एएनएम

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in