वाराणसी। चैत्र नवरात्र के अष्टमी के दिन काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर 350 से वर्षों से भी पुरानी परंपरा टूट सकती हैं। दरअसल यहां राजा मान सिंह के समय से अष्ठमी के दिन नगर वधुओं द्वारा स्वरांजली और नृत्य प्रस्तुत किया जाता हैं। लेकिन जहा मंच बनता था वहां क्लिक »-www.prabhasakshi.com