सितंबर के मध्य तक मंगाया जाएगा दिल्ली-जयपुर फ्लाईओवर का टेंडर
गुरुग्राम, 9 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) रेवाड़ी जिले में गुरुग्राम और बावल के बीच सभी बाधाओं को दूर करने के लिए एक कार्य योजना पर काम कर रहा है। मानेसर से बिलासपुर से लेकर मसानी बैराज और बावल में बनीपुर चौक तक फ्लाईओवर के लिए टेंडर निकालने की तैयारी कर ली गई है। टेंडर मध्य सितंबर तक खोले जाएंगे। एक्सप्रेस-वे पर मानेसर एलिवेटेड फ्लाईओवर, बिलासपुर चौक पर फ्लाईओवर, मसानी बैराज पर दो अतिरिक्त लेन और बानीपुर चौक फ्लाईओवर पर करीब 150 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। मानेसर एलिवेटेड फ्लाईओवर के लिए 90 करोड़ रुपये, बिलासपुर चौक के लिए 23 करोड़ रुपये, बावल चौक के लिए 25 करोड़ रुपये और मसानी बैराज के लिए करीब 15 करोड़ रुपये का अनुमानित बजट तैयार किया गया है। इस समय एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है। फ्लाईओवर बनने से बावल से गुरुग्राम तक का सफर सुगम हो जाएगा। फिलहाल दो घंटे में जो सफर तय किया जा रहा है, वह इन फ्लाईओवर के बनने के बाद एक घंटे कम हो जाएगा। सड़क हादसों में भी कमी आने की संभावना है। उद्योगों को भी लाभ होने की संभावना है। मारुति, हीरो होंडा जैसी ऑटोमोबाइलकी वेंडर कंपनियां और एक्सपोर्ट हाउस समेत कई नामी टेक्सटाइल कंपनियां यहां स्थित हैं। एक अनुमान के अनुसार मानेसर, रेवाड़ी, बावल, धारूहेड़ा और नीमराणा में 10,000 से अधिक कंपनियां काम कर रही हैं और कई कर्मचारी अपने काम के लिए गुरुग्राम और बावल के बीच यात्रा करते हैं। एनएचएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा, योजनाओं पर काम शुरू कर दिया गया है। इससे एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। एक ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने कहा, एक्सप्रेसवे पर यह एक बहुत जरूरी आवश्यकता है। एक बार इन फ्लाईओवरों के बनने के बाद, यह ट्रैफिक जंक्शनों पर यातायात की मात्रा को कम करने में मदद करेगा। साथ ही, कई दुर्घटनाओं से बचा जा सकेगा। --आईएएनएस एचके/आरजेएस