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नियमित प्रक्रिया के तहत नोटिस देने टि्वटर दफ्तर पहुंची थी टीमें : दिल्ली पुलिस

नई दिल्ली, 24 मई (हि.स.)। कांग्रेस और भाजपा के बीच चल रहे टूलकिट विवाद के बीच सोमवार शाम को सूचना मिली कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ट्वीटर इंडिया के गुरुग्रााम और दिल्ली के दफ्तरों पर छापेमारी की है। इसकी कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर चलने लगी जिसमें सेल की टीम के कुछ सदस्य एक बिल्डिंग में ट्वीटर के दफ्तर के बारे में पूछताछ करते हुए दिख रहे हैं। हलचल बढ़ी तो फौरन दिल्ली पुलिस की ओर से मामले पर सफाई दे दी गई। दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह नियमित प्रक्रिया के तहत ट्विटर को नोटिस देने के लिए उसके दफ्तर पर पहुंची थी। क्योंकि नोटिस लेने वाले ट्विटर के सही अधिकारी का पता लगाना था, इसलिए दो टीमों को भेजा गया था। दिल्ली पुलिस ने ट्विटर के दफ्तर पर छापेमारी की बात से इनकार किया। जानकारी के अनुसार सोमवार शाम को खबर चली कि दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस की टूलकिट मामले में संबित पात्रा द्वारा डाले गए दस्तावेज को गलत बताकर उसे ट्विटर से हटाने के मामले में उसके दफ्तरों पर छापेमारी की है। बताया गया कि गुरुग्राम और दिल्ली के लाडो सराय स्थित दफ्तरों पर पुलिस की टीम जांच के लिए पहुंची है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी चलने लगा, जिसमें कुछ लोग दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की जैकेट पहने हुए एक दफ्तर में ट्विटर के दफ्तर के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। यह वीडियो गुरुग्राम का बताया जा रहा है। मीडिया में इस तरह की खबरों के चलने का जब पता चला तो फौरन दिल्ली पुलिस की ओर इसमें सफाई दे दी गई। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि टीम नोटिस देने के लिए अलग-अलग जगह पहुंची थी। यह एक रूटीन प्रक्रिया है। चूंकि नोटिस लेने वाले अधिकारी का पता नहीं था, इसलिए दो अलग-अलग टीमों को भेजा गया। कांग्रेस और भाजपा के बीच चल रहे टूलकिट विवाद के बीच सोमवार को दिल्ली पुलिस ने ट्विटर को एक पत्र लिखा। दिल्ली पुलिस ने पत्र लिखकर ट्विटर से पूछा कि उन्होंने किस आधार पर कांग्रेस की टूलकिट को फर्जी बताया। यदि ट्विटर के पास इससे संबंधित कोई जानकारी है तो वह दिल्ली पुलिस से साझा करें। इससे दिल्ली पुलिस को मामले की जांच में मदद मिलेगी। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक टूलकिट मामले में फिलहाल अभी कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है। जानकारी के अनुसार पिछले दिनों भाजपा प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने एक ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी पर एक टूलकिट तैयार करने का आरोप लगाया था। पात्रा ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी थी कि कोरोना महामारी के दौरान कांग्रेस ने भाजपा, उनके नेताओं व प्रधानमंत्री को बदनाम करने के लिए एक टूलकिट तैयार की है। इसको लेकर संबित ने ट्वीट भी किया था। जिसे गलत बताते हुए ट्विटर ने उसे हटा लिया था। दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से टूलकिट मामले को पूरी तरह फर्जी बताया गया था। इस संबंध में कांग्रेस की ओर से तुगलक रोड और संसद मार्ग थाने में शिकायत दी गई थी। शिकायत मिलने के बाद से स्पेशल सेल मामले की जांच कर रही है। पुलिस की ओर से लिखे पत्र में लिखा गया है कि ट्विटर को कैसे पता चला कि टूलकिट फर्जी है। यदि उनके पास इस संबंध में कोई जानकारी है तो वह दिल्ली पुलिस से शेयर करे। दिल्ली पुलिस का कहना है कि मामले की जांच में ट्विटर द्वारा दी गई जानकारी महत्वपूर्ण हो सकती है। फिलहाल अब पुलिस को ट्विटर के जवाब का इंतजार है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी

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