वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ गठबंधन करने से पहले कांग्रेस हाईकमान से बात करें नाना पटोले: डॉ. धैर्यवर्धन
मुंबई, 14 जून (हि.स.)। वंचित बहुजन आघाड़ी के उपाध्यक्ष डॉ. धैर्यवर्धन फुंडकर ने कहा कि उनकी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन करने से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को कांग्रेस हाईकमान से बात करनी चाहिए। कांग्रेस हाईकमान ने इससे पहले कई बार वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर के साथ चुनावी तालमेल नहीं किया है। डॉ. धैर्यवर्धन फुंडकर ने सोमवार को आकोला में पत्रकारों को बताया कि कांग्रेस पार्टी हमेशा प्रकाश आंबेडकर के साथ भेदभाव पूर्वक व्यवहार करती रही है। 2012 में जब केंद्रीय मंत्री विलास राव देशमुख के बाद केंद्रीय मंत्री पद रिक्त हुआ था, उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने यह रिक्त पद प्रकाश आंबेडकर को देने की मांग की थी। लेकिन उस समय कांग्रेस हाईकमान ने इस मांग को अमान्य कर दिया था। इसी प्रकार जब अशोक चव्हाण राज्य के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने भी राज्य में प्रकाश आंबेडकर के साथ चुनावी गठबंधन का प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव को भी कांग्रेस हाईकमान ने ठुकरा दिया था। डॉ. धैर्यवर्धन फुंडकर ने कहा कि नाना पाटोले को कांग्रेस हाईकमान से चर्चा करने के बाद ही वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ गठबंधन का प्रस्ताव लाना चाहिए, इसके बाद इस प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने पिछले दिनों कहा था कि कांग्रेस पार्टी राज्य में सभी आगामी चुनाव अपने बल पर लडऩे वाली है। साथ ही कांग्रेस पार्टी आगामी चुनाव में वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ गठबंधन करने वाली है। नाना पटोले के इसी बयान का जवाब देने के लिए वंचित बहुजन आघाड़ी ने आकोला में पत्रकार परिषद का आयोजन किया था और कांग्रेस का प्रस्ताव फिर से कांग्रेस के ही कोर्ट में डाल दिया है। हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर