Sirsa : गाडियों की फर्जी आरसी बनाने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश, मुख्य सरगना काबू ,17 गाडियां काबू
पूरे उत्तर भारत मे फैला हुआ है जाल सिरसा 22 जनवरी(हि.स.)। पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में अपराध व अपराधियों के खिलाफ चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए जिला की सीआईए सिरसा पुलिस ने गाड़ियों की फर्जी आरसी बनाने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है । सीआईए सिरसा पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगना को काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की है। इस संबंध में जानकारी देते हुए डीएसपी डबवाली कुलदीप सिंह बेनीवाल व सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान सुनील कुमार उर्फ आशु पुत्र हरीश चंद्र वासी सुभाष नगर रोहतक के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि सीआईए सिरसा पुलिस को लगातार फर्जी क्रष्ट वाली गाड़ियां अवैध रूप से चलाने बारे सूचनाएं मिल रही थी । दिनाँक 14.1.2021 को सीआईए टीम को सूचना मिली थी कि सुनील चिटकारा वासी रोहतक जो गाड़ियों की फर्जी क्रष्ट तैयार करवाता है जिसने कुछ गाडियां एचआर 02एटी2589,एसआर02्रएटी1916 व एसआर02्रएटी3744 नंबर की सिरसा में भी बेच रखी है । जिस पर सीआईए सिरसा पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए तीनों गाडियों को सिरसा से बरामद कर लिया जिनकी जांच की गई तो गाडियों में बहुत बडा फर्जीबाडा सामने आया । गाडी मालिकों ने बताया कि उन्होंने गाडियां सुनील चिटकारा वासी रोहतक के मार्फत खरीद रखी हैं जिस पर सहायक उपनिरीक्षक महेंद्र सिंह व सहायक उप निरीक्षक अवतार सिंह के नेतृत्व में एक टीम रोहतक भेजी गई । टीम ने रोहतक से मुख्य सरगना सुनील चिटकारा को काबू कर लिया । डीएसपी कुलदीप सिंह बेनीवाल ने बताया कि आरोपी से पूछताछ पर पता चला कि आरोपी बैंकों की फाइनेंस वाली गाड़ियों को महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल व कर्नाटक से ऑनलाइन बोली के माध्यम से खरीदता है फिर सरकारी टैक्स बचाने के लिए फर्जी बैंक अथॉरिटी प्रमाण पत्र खुद तैयार करता है जिसके लिए गाडी के चैसिस नंबर से भी छेडछाड की जाती है ताकि ऑनलाइन नंबर डालने से गाडी का पुराना नंबर शो ना हो व मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर की भी नकली रिपोर्ट खुद तैयार करके फर्जी हस्ताक्षर किए जाते हैं । गाडी को एमवीआई( मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर ) से पास न करवाकर खुद ही फर्जी तरीके से पास कर लिया जाता है। इस फर्जीवाडे में रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी व सरल केन्द्र जगाधरी में इन्चार्ज अमित कुमार पुत्र देवेन्द्र कुमार वासी लक्ष्मी नगर यमुनानगर आरोपी से मिला हुआ था जो 60/65 हजार रुपये प्रति गाडी लेकर फर्जी तरीके से गाडियां पास करवाता था । डीएसपी ने बताया आरोपियों ने पिछले 2 साल में बहुत बडी मात्रा में फर्जी तरीके से गाडियां पास करवाई हैं । सीआईए टीम ने अब तक आरोपी सुनील की निशानदेही पर 17 फर्जी गाडियां बरामद कर ली हैं । आरोपी आज दिनाँक 22.1.21 तक पुलिस रिमांड पर था जिसे आज पेश अदालत करके दोबारा पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया जाएगा । रिमांड के दौरान गिरोह से जुडे अन्य आरोपीयों को काबू किया जाएगा व फर्जी गाडियों की बरामदगी की जाएगी । हिन्दुस्थान समाचार/रमेश डावर / संजीव-hindusthansamachar.in