shah-assured-to-develop-karbi-anglong-district
shah-assured-to-develop-karbi-anglong-district

कार्बी आंग्लांग जिला को विकसित बनाने का शाह दिया आश्वासन

-कार्बी आंग्लांग में केंद्रीय गृह मंत्री ने एकता, शांति और विकास रैली को किया संबोधित कार्बी आंग्लांग (असम), 25 फरवरी (हि.स.)। मैं पहली बार कार्बी आंग्लांग में आया हूं। यहां पर आकर मैं बहुत खुशी महसूस कर रहा हूं। यहां की हरियाली और पहाड़ी और यहां के लोगों के देखकर में आनंदित हूं। यह क्षेत्र असम के दिल की धड़कन है। कार्बी आंग्लांग के बिना असम अधूरा है। दिल्ली में कार्बी भवन के उद्घाटन के अवसर पर मैंने यहां आने का आश्वासन दिया था। मैं वादा करता हूं कि हमारी पार्टी और हमारी सरकार इस क्षेत्र को असम में सबसे विकसित जिला बनाने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ेगी। ये बातें गुरुवार को अपने असम दौरे के दौरान कार्बी आंग्लांग जिला मुख्यालय शहर डिफू के डेनरोंग में आयोजित एकता, शांति और विकास रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहीं। वे नगांव में महा मृत्युंजय मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम व बटद्रवा में श्रीमंत शंकर देव के जन्म स्थान श्रीमंत शंकरदेव थान (मंदिर) के सौंदर्यवर्धन प्रकल्प के कार्य का उद्घाटन करने के बाद हेलीकाप्टर से कार्बी आंग्लांग पहुंचे थे। केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि गत 23 फरवरी को गुवाहाटी में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, वित्त मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा व कार्बी आंग्लांग स्वायत्त परिषद के सीईएम तुलीराम रांग्हांग की उपस्थित में इस क्षेत्र के पांच उग्रवादी संगठनों के 1000 से अधिक सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया है। इस कदम से इस क्षेत्र में लंबे समय तक शांति की स्थापना हो गयी है। केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मौके पर कार्बी आंग्लांग दरबार के तत्कालीन अध्यक्ष स्व एसएस तेरंग और स्व. एसएस इंग्ती को मैं आज याद करना चाहता हूं, उनके प्रयासों से इसे जिले की रचना हुई। जिला तो बन गया लेकिन कांग्रेस ने कभी भी इस क्षेत्र का विकास नहीं किया। लेकिन जब असम में भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी तो इस क्षेत्र में विकास की धारा बहने लगी। पद्मश्री प्रो रंगबंग तेरांग के साथ ही इस क्षेत्र में निवास करने वाली सभी जनजातियों का मैं आभार जताता हूं। शांति के बिना विकास नहीं हो सकता है। हथियार से विकास नहीं होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सभी का विकास करने के लिए तैयार हैं। आपको अब हथियार उठाने की जरूरत नहीं होगी। इस समझौते से इस क्षेत्र में लंबे समय तक शांति बहाल हो जाएगी। प्रधानमंत्री ने पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास का एक खाका खींचा है, इसलिए अब हथियार उठाने की कोई जरूरत नहीं है। हमने बोड़ो, त्रिपुरा में ब्रू शरणार्थियों, असम के अंदर 9 और उग्रवादी समूहों के साथ समझौता किया। पांच और संगठनों के साथ समझौता हो जाने से इस क्षेत्र में शांति बहाली में काफी मदद मिलेगी। इससे इस क्षेत्र में विकास होगा। यह राज्य सोनोवाल व डॉ हिमंत विश्वशर्मा के नेतृत्व में विकास के रास्ते पर आगे बढ़ गया है। उन्होंने कहाकि एक समय असम का जीडीपी में योगदान 20 फीसद था, लेकिन आज हम पीछे हो गये हैं। हम विश्वास दिलाना चाहते हैं कि एक बार फिर से इलाके में कमल खिला दीजिए, हम इस क्षेत्र को विकसित जिला बना देंगे। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों की जो भी मांग है, उसको असम में पुनः सरकार बनते ही उसे एक वर्ष के अंदर पूरा किया जाएगा। कांग्रेस की पूर्व सरकारों की जमकर आलोचना की। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री ने ऐसी व्यवस्था की है कि यहां पर प्रत्येक 15 दिन में एक केंद्रीय मंत्री असम का दौरा करता है। उन्होंने कहा कि हम असम को बाढ़ से मुक्त बनाने की योजना बना रहे हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, डॉ हिमंत विश्वशर्मा, सांसद सुम रांग्हांग, कार्बी आंग्लांग स्वायत्त परिषद के सीईएम तुलीराम राम रांग्हांग, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास, असम प्रदेश भाजपा के प्रभारी वैजयंत जय पांडा आदि प्रमुख भाजपा नेता मौजूद थे। कार्बी आंग्लांग से गुवाहाटी पहुंचने के बाद अमित शाह बीएसएफ के विशेष विमान से दिल्ली लौट गये। हवाई अड्डे पर शाह को छोड़ने के लिए मुख्यमंत्री सोनोवाल समेत उपरोक्त सभी नेता मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद/रामानुज

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in