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सिलेबस से अलग स्कूलों में तीन महीने तक पढ़ने-लिखने व बुनियादी गणित को किया जाएगा बेहतर

नई दिल्ली, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। कोरोना के बाद शुरू हुए दिल्ली के स्कूलों में तीसरी से पांचवीं तक के सभी बच्चों का बेसलाइन असेसमेंट होगा। एनसीआर में छोटी कक्षाओं के छात्र 2 साल के लंबे अंतराल के उपरांत स्कूल आ रहे हैं। ऐसे में सिलेबस से अलग कक्षा 3 से 5वीं के बच्चों में आए लनिर्ंग गैप को दूर करने तथा बच्चों के पढ़ने-लिखने व बुनियादी गणितीय क्षमताओं को बेहतर किया जाएगा। दिल्ली सरकार और नगर निगम में इस बात पर सहमति की बनी कि अगले सप्ताह से स्कूलों में तीसरी से पांचवीं तक के सभी बच्चों का बेसलाइन असेसमेंट होगा। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को उत्तरी, दक्षिणी, पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त व नई दिल्ली नगर पालिका परिषद् के सचिव के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में कोरोना के बाद कक्षा 3 से 5वीं के बच्चों में आए लनिर्ंग गैप को दूर करने तथा बच्चों के पढ़ने-लिखने व बुनियादी गणितीय क्षमताओं को बेहतर करने के लिए एमसीडी के स्कूलों में मिशन बुनियाद के क्रियान्वयन को लेकर चर्चा की गई। इस बैठक में बच्चों क बेसलाइन असेसमेंट का निर्णय हुआ। बैठक में सिसोदिया ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान पिछले 2 सालों में बच्चों की लनिर्ंग में बड़ा गैप आया है। नए सत्र में स्कूलों के पूरी तरह से खुलने के बाद अब ये बेहद जरुरी हो गया है, जरुरी कदम उठाते हुए इस लनिर्ंग गैप को खत्म करने का काम किया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई में आए इस गैप को खत्म करने के लिए शिक्षा निदेशालय और नगर निगम के स्कूलों को साथ मिलकर काम करना होगा। उन्होंने निगमायुक्तों से चर्चा करते हुए कहा कि मिशन बुनियाद का बेहतर क्रियान्वयन हो सके, इसलिए सभी निगमायुक्त ये सुनिश्चित करें की वे एमसीडी के स्कूलों के प्रिंसिपलों से बात कर मिशन बुनियाद की प्रगति की जांच करें। उल्लेखनीय है कि एससीईआरटी ने मिशन बुनियाद के तहत स्टूडेंट लीर्निंग मटेरियल व टीचर मैन्युअल भी तैयार किया है। इसमें 25 वर्कशीट की गणित की वर्कबुक, बच्चों पढ़ने-सुनने-बोलने व राइटिंग स्किल को बेहतर बनाने के लिए 26 कहानियों की एक किताब शामिल है। मिशन बुनियाद का उद्देश्य यह है कि कक्षा 3 से 5वीं तक का हर बच्चे पढ़ने-लिखने के साथ बेसिक गणित के सवाल हल कर सके। बच्चों पर सिलेबस का भार डालने के बजाय उनके बुनियाद को मजबूत करना। बच्चों की लनिर्ंग लेवल के अनुसार टीचिंग व सपोर्ट और बच्चों की प्रगति जांचने के लिए पीरियोडिक असेसमेंट इसमें शामिल हैं। मिशन बुनियाद एक्शन प्लान के तहत सभी एमसीडी आयुक्त अपने स्कूलों के प्रिंसिपल के साथ मीटिंग कर मिशन बुनियाद के क्रियान्वयन पर चर्चा करेंगे व व्यक्तिगत तौर पर उसके प्रगति की जांच करेंगे। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान स्कूलों में होगा समर कैंप का आयोजन, कैंप में प्रतिदिन कम से कम 1-1 घंटे बेसिक लिटरेसी व न्यूमरेसी की क्लास होगी। --आईएएनएस जीसीबी/एएनएम

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