राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के समय की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर उस दिन किसान ट्रैक्टर लेकर लालकिले की जगह पार्लियामेंट चले गए होते तो भारत का भी हाल बांग्लादेश की तरह हो जाता।