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प्रधानमंत्री ब्रिगेड जनसभा 3, प्रधानमंत्री ने तृणमूल सहित माकपा व कांग्रेस गठबंधन पर केिया प्रहार

ब्रिगेड मैदान पर प्रधानमंत्री ने कहा, "असल परिवर्तन का मतलब ऐसा बंगाल, जहां युवाओं को शिक्षा और रोजगार के मौके मिले, लोगों को पलायन के लिए मजबूर न होना पड़े, जहां व्यापार और कारोबार फले-फूले, जहां ज्यादा से ज्यादा निवेश आए, जहां इक्कीसवीं सदी का आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर हो, जहां गरीब से गरीब को भी आगे बढ़ने का पूरा अवसर मिले। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बंगाल अब सोनार बांगला चाहता है। बंगाल अब विकास की ऊंचाइयों पर पहुंचेगा, जो भी बंगाल से छीना गया है, उसे वापस लौटाएंगे। मोदी ने बताया असल परिवर्तन कैसा होगा, उन्नति सबकी होगी पर तुष्टीकरण किसी की नहीं। मोदी ने की मिथुन चक्रवर्ती की तारीफ करते हुए कहा कि उनका जीवन सफलता और संघर्ष से भरा हुआ है। माकपा-कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि वामपंथियों ने तीन दशक तक सत्ता संभाली। कांग्रेस के पुराने नारे को बांग्ला में दोहराते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस का काला हाथ तोड़ दो, खत्म कर दो। लेकिन आज उसी कांग्रेस के साथ वामपंथी हाथ मिला चुके हैं और उसी कांग्रेस का आशीर्वाद लेकर चल रहा है। उन्होंने कहा कि साथियों वामपंथियों के विरुद्ध ममता दीदी ने परिवर्तन का नारा दिया था। पश्चिम बंगाल में मां माटी और मानुष के लिए काम करने का वादा किया था। लेकिन क्या पिछले 10 सालों में वह परिवर्तन आया जिसके बंगाल की जनता आशा करती थी? क्या किसान पर श्रमिक के कर्मचारी के जीवन में बहुत परिवर्तन आया जो वह चाहते थे? क्या गरीब के जीवन में कोई परिवर्तन आया है क्या? गरीब और गरीब हो ऐसा काम उन्होंने किया है। क्या पश्चिम बंगाल के स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति में कोई परिवर्तन आया है। क्या पश्चिम बंगाल में युवाओं को रोजगार की स्थिति में कोई परिवर्तन आया है? क्या बंगाल में उद्योग की स्थिति में कोई परिवर्तन आया है? क्या दशकों से चली आ रही खूनखराबा की राजनीति में परिवर्तन आया क्या? आज बंगाल में मां, माटी व मानुष की क्या स्थिति है, आप भली-भांति जानते हैं। उन्होंने कहा कि यहां घर में घुसकर पर हमले होते हैं। अभी हाल में 80 साल की बूढ़ी मां के साथ जो निर्ममता दिखाई गई है, उसमें इन लोगों का क्रूर चेहरा पूरे भारत को दिखा दिया है। पिछले 10 सालों में बंगाल की शायद ही कोई मां-बेटी है जो किसी न किसी अत्याचार के कारण रोई नहीं। कोई सवाल ना उठा सके इसीलिए अपराध के आंकड़े छिपा कर बैठे हैं। जो माटी की बात करते हैं वह बंगाल का तिनका तिनका बिचौलियों काला बाजार करने वालों और सिंडिकेट के हवाले कर दिया। आज बंगाल का मानस परेशान है। वह आंखों के सामने अपनों का खून बहता देखता है, लूटते हुए देखता है। वह अपनों को इलाज के अभाव में दम तोड़ते हुए देखता है और रोजगार के अभाव में पलायन करते हुए देख रहा है। उन्होंने कहा कि पूरा बंगाल एक स्वर में कह रहा है, बस और नहीं अन्याय, और नहीं अन्याय। यह टीएमसी सरकार के राज के उद्घोष हैं। यह उद्घोष पूरे देश को सुनाना जरूरी है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने जनता से नारे भी लगवाए। भ्रष्टाचार और नहीं, तोला बाजी और नहीं और नहीं, कट मनी और नहीं और नहीं, सिंडिकेट और नहीं और नहीं, बेरोजगारी और नहीं, हिंसा और नहीं, आतंक और नहीं, तुष्टिकरण और नहीं अन्याय और नहीं। इन नारे के बाद सीधे तौर पर ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दीदी आप ने सुन लिया, यह बंगाल के बंगाली आवाज है। बंगाल के नौजवान बेटे बेटियां एक ही सवाल पूछ रहे हैं। उन्होंने आपको दीदी की भूमिका में चुना लेकिन आपने खुद को एक ही भतीजे की बुआ तक सीमित क्यों कर दिया।बंगाल के लाखों भतीजे-भतीजियों की आशाओं को पूरा करने के बजाए अपने भतीजे की लालच पूरा करने में क्यों लग गईं। उन्होंने कहा कि आपने भी कांग्रेस की भाई भतीजावाद और परिवारवाद की उस परंपरा को नहीं तोड़ा, जिसके खिलाफ आपने बगावत की थी। बंगाल को अपनी बेटी चाहिए संबंधी तृणमूल कांग्रेस के नए नारे पर तंज करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता दीदी आप केवल बंगाल के नहीं पूरी भारत की बेटी हैं। ममता के स्कूटी चलाने पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आप ने कुछ दिन पहले स्कूटी चलाई, तो हम लोग दुआ कर रहे थे कि आप गिरे नहीं, आपको चोट न लगे, नहीं तो जिस राज्य में वही स्कूटी बनी है उसी राज्य को अपना दुश्मन बना लेती। प्रधानमंत्री ने तंत्र कसते हुए कहा कि अब भवानीपुर जाने की वजह नंदीग्राम की ओर मुड़ गईं। जब आपकी स्कूटी नंदीग्राम में गिरना तय किया तो हम क्या करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महिला दिवस के एक दिन पहले मैं बंगाल की जनता को प्रणाम करने आया हूं। इस धरती ने मां शारदा देवी मातंगिनी हाजरा रानी रासमणि जैसे अनेक होनहार बेटियां भारत को दीं। उन्होंने कहा कि आज गरीब को अपना पक्का घर भी मालकिन के नाम से मिल रहा है। शौचालय बने तो बहन-बेटियों को तकलीफ से मुक्ति मिली। इस दौरान प्रधानमंत्री ने दावा किया कि बंगाल में चार करोड़ से ज्यादा जनधन खाता खोले गये, जिसमें से आधे से ज्यादा महिलाओं के हैं। इसमें जो मुद्रा लोन दिया गया, उसमें 75 फीसदी महिलाओं को लाभ मिला। हमने देश की महिलाओं को गैस सिलेंडर दिया। पश्चिम बंगाल के लाखों महिलाओं को कोरोनावायरस संकट के समय लाखों सिलेंडर मुफ्त दिए गए। बंगाल में सबसे अधिक समस्या जलापूर्ति की है। इसीलिए केंद्र ने नल जल की शुरुआत की लेकिन जब मैं कुछ दिनों पहले हुगली में बंगाल में जलापूर्ति में समस्या की बात उठाई तो तृणमूल कांग्रेस ने झूठ बोलते हुए कहा कि यहां जल की कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि आज जब बंगाल में महिला राज कर रही हैं, तब आजादी के 70 सालों बाद भी हर घर में नल से पानी नहीं आता है। उन्होंने कहा कि बंगाल में जल जीवन मिशन सबसे जरूरी है। (जारी..) हिन्दुस्थान समाचार/

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