गोलाघाट, एजेंसी। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में शुक्रवार को दो दिवसीय गज महोत्सव 2023 का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्रायोजित प्रोजेक्ट एलिफेंट के 30 वर्ष पूरा हो गये हैं। इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट से जुड़े इस उत्सव के आयोजन के लिए केंद्र सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्रालय तथा असम सरकार के वन विभाग के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की मैं सराहना करती हूं।
एलिफेंट कॉरिडोर को बाधा-रहित बनाए रखना प्रोजेक्ट एलिफेंट के प्रमुख उद्देश्य
उन्होंने कहा कि हाथियों की सुरक्षा, उनके नेचुरल हैबिट्स का संरक्षण तथा एलिफेंट कॉरिडोर को बाधा-रहित बनाए रखना प्रोजेक्ट एलिफेंट के प्रमुख उद्देश्य हैं। साथ ही ह्यूमन-एलिफेंट कनफ्लिक्ट से जुड़ी समस्याओं का समाधान इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य भी है और चुनौती भी। ये सभी उद्देश्य एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।
हाथी को बंधन में डालकर मनुष्य को अपनी बुद्धिमत्ता पर गर्व नहीं करना चाहिए
राष्ट्रपति ने कहा कि ह्यूमन-एलिफेंट कनफ्लिक्ट सदियों से एक मुद्दा रहा है। प्राचीन कवि त्रिपुरारि-पाल ने लिखा था कि हाथी को बंधन में डालकर मनुष्य को अपनी बुद्धिमत्ता पर गर्व नहीं करना चाहिए। यह तो हाथी का शांत और विनयशील स्वभाव है, जिसके कारण वह बंधन को स्वीकार कर रहा है। यदि क्रोध में आकर अपने विनय को छोड़ दे तो वह सब कुछ तहस-नहस कर सकता है।