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ई ऑफिस के माध्यम से प्रसार भारती हुआ शत प्रतिशत पेपरलेस

नई दिल्ली, 24 जून (हि.स.)। प्रौद्योगिकी ने प्रसार भारती के कामकाज को पूरी तरह से पेपरलेस कर दिया है। करीब दो साल से कम समय में दूरदर्शन और आकाशवाणी के 577 केंद्रों ने ई-ऑफिस को अपनाया है। इसके कारण प्रसार भारती गुरुवार को शत प्रतिशत पेपरलेस हो गया है। यानी अब सारे काम ई फाइल के माध्यम से किए जा रहे हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अनुसार प्रसार भारती के संचालन को अधिक कुशल और कागज रहित बनाने के मकसद से अगस्त 2019 में ई-ऑफिस की शुरुआत की गई थी। देश भर में प्रसार भारती के 577 केंद्रों में से 10% ने 2019 (अगस्त-दिसंबर) में ई-ऑफिस को अपनाया, 2020 में 74% और शेष 16% 18 जून, 2021 तक शामिल हो गए हैं। प्रसार भारती के कार्यालयों में ई ऑफिस के कारण कामकाज में तेजी और पारदर्शिता आई है। अब तक 50 हजार से अधिक ई-फाइलें बनाई गई हैं। प्रत्येक फाइल की स्थिति ऑनलाइन उपलब्ध है। आंतरिक रूप से संबंधित विभाग अपनी फाइलों का पता लगा सकते हैं। पहले की व्यवस्था में एक फ़ाइल के काम को पूरा करने की प्रक्रिया में लगभग एक सप्ताह का समय लगता था। ई-ऑफिस के माध्यम से इसे औसतन 24 घंटे तक कम कर दिया गया है। अधिकांश ई-फाइलें बनाने और उसके निपटारे के मामले में प्रसार भारती के शीर्ष 10 कार्यालयों में सीईओ कार्यालय, दूरदर्शन कार्यालय और ऑल इंडिया रेडियो शामिल हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ विजयालक्ष्मी

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