पुलिसकर्मियों ने छीना ऑक्सीजन सिलेंडर, जांच के दिए आदेश
आगरा, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) राजीव कृष्ण ने आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं कि पुलिसकर्मियों के एक समूह ने 17 वर्षीय लड़के से जबरन ऑक्सीजन सिलेंडर छीन लिया, जिसकी व्यवस्था उसने अपनी मां के लिए की थी, जो कोरोना से संक्रमित थी और एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। एसएस/एएनएम महज दो घंटे बाद उनकी मौत हो गई। पीपीई किट में एक युवा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह अपने घुटने के बल जमीन पर बैठकर रोते हुए पुलिस से सिलेंडर वापस देने के लिए विनती कर रहा है मेरी मां मर जाएगी। इसकी व्यापक आलोचना की जा रही है। युवा अंश गोयल ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि पुलिसकर्मियों ने जबरन ऑक्सीजन सिलेंडर ले लिया जो उन्हें अपनी मां के लिए मिला था। उनके परिवार ने आरोप लगाया कि वे एक वीआईपी मरीज के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर ले गए। एडीजी राजीव कृष्ण ने कहा, जांच के बाद दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले, स्थानीय पुलिस ने आरोपों से इनकार किया था और कहा था कि सिलेंडर खाली था। पुलिस अधीक्षक (एसपी) बोत्रे रोहन प्रमोद ने कहा, आदमी पुलिस से अनुरोध कर रहा था कि वह अपने रिश्तेदार के इलाज के लिए उसे ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराएं। कोई भी सिलेंडर नहीं छीन रहा था। वीडियो भ्रामक है। उन्होंने कहा कि सिलेंडर खाली था लेकिन यह नहीं बताया कि पुलिसकर्मी खाली सिलेंडर क्यों ले जाएंगे। सूत्रों के अनुसार, मृतक, उषा, जनसंघ के वरिष्ठ नेता, स्वर्गीय लाला रोशनलाल की भतीजी थीं वह विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय के करीबी सहयोगी थे। --आईएएनएस एसएस/एएनएम