मंदिर का निर्माण 170 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।यह मंदिर एशिया के दूसरे सबसे बड़े इस्कॉन मंदिर माना जाता है। यह मंदिर 12 साल बाद बनकर तैयार हुआ है जिसका अब पीएम मोदी उद्घाटन करेंगे।