दक्षिण मध्य रेलवे की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, मालगाड़ियों के लोको पायलटों से लगातार 13 से 14 घंटे तक काम करवाया जा रहा है।