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उत्तर-पश्चिम भारत 122 वर्षो में सबसे गर्म अप्रैल के बाद, मई की गर्मी होगी झुलसाने वाली

नई दिल्ली, 1 मई (आईएएनएस)। उत्तर-पश्चिम भारत में अप्रैल की गर्मी ने 122 साल का रिकॉर्ड बनाया और अब मई की गर्मी और झुलसाने वाली होगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि उत्तर-पश्चिम, पश्चिम और मध्य भारत में भीषण गर्मी जारी रहेगी और अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। मार्च के बाद से तीसरी हीटवेव, 25 फरवरी के बाद से लगभग 65 दिनों की सबसे लंबी शुष्क अवधि रही है। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के लिए अप्रैल (28 अप्रैल तक) का औसत अधिकतम तापमान पिछले 122 वर्षो में सबसे अधिक था। आईएमडी के मुताबिक, 28 तक अप्रैल तक दर्ज औसत अखिल भारतीय तापमान (अधिकतम और औसत) पिछले 122 वर्षो में 35.05 डिग्री सेल्सियस पर चौथा उच्चतम था। इससे पहले, मार्च 2022 पूरे भारत और उत्तर पश्चिम भारत के लिए 122 वर्षो में सबसे गर्म था। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के लिए औसत अधिकतम तापमान क्रमश: 35.90 डिग्री सेल्सियस और 37.78 डिग्री सेल्सियस था। सरल शब्दों में, उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में तापमान (अधिकतम, न्यूनतम और औसत) सामान्य से अधिक था, जबकि दक्षिणी प्रायद्वीप और उत्तर पूर्व भारत में तापमान सामान्य से नीचे था। अप्रैल में छह पश्चिमी विक्षोभ थे, जिनका उत्तर पश्चिम भारत पर प्रभाव पड़ा है, लेकिन उनमें से अधिकांश कमजोर और शुष्क थे और इसलिए मैदानी इलाकों में कोई महत्वपूर्ण बारिश नहीं हुई। हालांकि, जब उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत चिलचिलाती धूप की चपेट में थे, तब भी पूरे पूर्वोत्तर, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। आईएमडी के महानिदेशक (मौसम विज्ञान) मृत्युंजय महापात्र ने एक मीडिया सम्मेलन में कहा, मई में, पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों और उत्तर-पूर्व भारत के उत्तरी हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना है। देश के शेष हिस्सों में भी सामान्य से लेकर अधिकतम तापमान रहने की संभावना है। महापात्र ने अप्रैल और मई के लिए आउटलुक पेश करते हुए कहा, मई के दौरान, उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य न्यूनतम तापमान से अधिक होने की संभावना है। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से सामान्य न्यूनतम तापमान की संभावना है। उन्होंने कहा कि मई में देशभर में औसत बारिश सामान्य से अधिक होने की संभावना है (लंबी अवधि के औसत का 109 प्रतिशत से अधिक)। --आईएएनएस एसजीके/एएनएम

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