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गुजरात में कलोल, माणसा, जामजोधपुर और मोरबी में नए डायलिसिस सेंटर शुरू

- डायलिसिस सेंटर तक पहुंचने के लिए यात्रा के समय को कम करना जरूरी है - गुजरात डायलिसिस प्रोग्राम का 51 केंद्रों के साथ भारत में सबसे बड़ा नेटवर्क अहमदाबाद,10 जून (हि.स.)। अहमदाबाद के इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिजीज एंड रिसर्च सेंटर (आईकेडीआरसी) की देखरेख में राज्य में चार नए डायलिसिस सेंटर शुरू हो गए हैं। इन केंद्रों के शुरू होने से लगभग 50 लाख से अधिक की आबादी क्षेत्र में किडनी रोगियों की देखभाल प्रदान करना संभव हो जाएगा। गुरुवार को इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिजीज एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक विनीत मिश्रा ने बताया कि गांधीनगर जिले के कलोल व माणसा, जामनगर जिले के जाम जोधपुर और मोरबी जिले के वांकानेर में डायलिसिस सेंटर शुरू किए गए हैं। यह केंद्र आरओ प्लांट की सुविधा के साथ 21 अत्याधुनिक मशीनों से लैस है। उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों के शुरू होने से डायलिसिस सेंटर तक पहुंचने के लिए यात्रा के समय को कम करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि गुजरात डायलिसिस कार्यक्रम के तहत गुजरात में ईएसआरडी रोगियों को मुफ्त डायलिसिस प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि गुजरात डायलिसिस कार्यक्रम के तहत गुजरात में ईएसआरडी रोगियों को मुफ्त डायलिसिस प्रदान किया जाता है। उल्लेखनीय है कि एक ईएसआरडी रोगी को डायलिसिस से गुजरने में तीन से चार घंटे लगते हैं। अगर किसी मरीज को डायलिसिस सेंटर पहुंचने में एक घंटे से ज्यादा का समय लग जाता है, तो पूरा दिन बर्बाद हो जाता है। गुजरात में डायलिसिस का भारत का सबसे बड़ा नेटवर्क है। जिसमें 51 केंद्र चलते हैं, जो 500 डायलिसिस मशीनों से लैस है। यहां हर साल तीन लाख से ज्यादा रोगियों का डायलिसिस किया जाता है। हिन्दुस्थान समाचार/हर्ष शाह

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