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नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क छोटे बच्चों और वयस्क दोनों की शिक्षा का कर रहा है बंदोबस्त

नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। शिक्षा से जुड़े चार महत्वपूर्ण चार क्षेत्रों- स्कूल शिक्षा, बचपन में आरंभिक देखभाल एवं शिक्षा, अध्यापक शिक्षा और प्रौढ़ शिक्षा के लिए नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) विकसित किया जा रहा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क की राष्ट्रव्यापी तैयारी की जा चुकी हैं। शुक्रवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क का निर्देश पत्र जारी करने जा रहा है। नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क के लिए टेक प्लेटफॉर्म और मोबाइल ऐप की मदद से स्कूलों, जिला स्तर और राज्य स्तर पर बेहद व्यापक परामर्श के साथ पाठ्यक्रम ढांचे की पूरी प्रक्रिया पेपरलेस तरीके से की जा रही है। शिक्षा मंत्रालय की नेशनल स्टीरिंग कमेटी, नेशनल केरिकुलम फ्रेमवर्क की रूपरेखा तय कर रही है। इसके माध्यम से स्कूल और वयस्क शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा तय की जा रही है। साथ ही यह कमेटी छोटे बच्चों के बचपन की देखभाल और शिक्षा के साथ साथ शिक्षकों की शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा विकसित करेगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय मौजूदा स्कूल व्यवस्था में कई बड़े परिवर्तन करने के पक्ष में है। प्रतिवर्ष लाखों छात्र मौजूदा स्कूल सिस्टम से ड्रॉपआउट हो रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय अब ऐसे छात्रों व अन्य अशिक्षित रह गए युवाओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए भी नई पहल कर रहा है। शिक्षा चक्र से छूट गए या अलग रह गए ऐसे छात्रों की पहचान की जा रही है। यह कार्यक्रम नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर एडल्ट एजुकेशन के माध्यम से शुरू किया गया है। इसके अंतर्गत 15 वर्ष या उससे अधिक के ऐसे युवाओं की पहचान की जा रही है जो कि शिक्षित नहीं है। ऐसे युवाओं को नए सिरे से शिक्षा प्रदान करने के लिए नई शिक्षा नीति के अंतर्गत विशेष प्रावधान किए गए हैं। दरअसल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अंतर्गत की शिक्षा के इन चार महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क विकसित करने की सिफारिश की गई है। इनके विकास के लिए जानकारी प्रदान करने के लिए, तीन श्रेणियों अर्थात 1. पाठ्यक्रम और अध्यापन 2. महत्वपूर्ण मुद्दों 3. प्रणालीगत परिवर्तनों और सुधारों पर ध्यान केन्द्रित कर एनईपी, 2020 के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के अंतर्गत एनईपी, 2020 के परिप्रेक्ष्य पर आधारित 25 विषयों की पहचान की गई है। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान 29 अप्रैल को राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा (एनसीएफ) के आधिकारिक निर्देश पत्र जारी करेंगे। आधिकारिक निर्देश पत्र एनसीएफ की विकास प्रक्रिया, इसकी अपेक्षित संरचना और उद्देश्यों और एनईपी 2020 के कुछ बुनियादी सिद्धांतों का वर्णन करता है जो चार एनसीएफ के विकास की जानकारी देंगे। एनसीएफ को एक सहयोगी और परामर्शी प्रक्रिया के माध्यम से तैयार किया जा रहा है, जो जिले से शुरू होकर राज्य स्तर और फिर राष्ट्रीय स्तर तक है। राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा के विकास के लिए स्थिति पत्रों के दिशा-निर्देश इस आधिकारिक निर्देश पत्र का एक अभिन्न अंग है। टेक प्लेटफॉर्म और मोबाइल ऐप की मदद से स्कूल, जिला, राज्य स्तर पर बेहद व्यापक परामर्श के साथ पाठ्यक्रम ढांचे की पूरी प्रक्रिया पेपरलेस तरीके से की जा रही है। --आईएएनएस जीसीबी/एएनएम

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