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मप्र : शहडोल में हाथियों का उत्पात, ग्रामीणों की जान मुसीबत में

शहडोल, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में हाथियों का उत्पात लगातार बढ़ता जा रहा है और बीते दो दिनों में इन हाथियों ने 5 लोगों को कुचल कर मार डाला है, इसके बाद से ग्रामीण इलाकों में दहशत है तो वहीं पुलिस, प्रशासन और वन विभाग लोगों को जागरूक करने में लगा हुआ है कि वे जंगल में जाने से बचें। शहडोल संभाग का बड़ा हिस्सा वह इलाका है जहां आदिवासियों की जिंदगी मुख्य रूप से वन उपज पर निर्भर रहती है, उनकी रोजी-रोटी से लेकर आय का जरिया ही वनोपज होते हैं। वर्तमान में महुआ पक्का कर पेड़ से गिर रहा है और आदिवासी इन्हें इकट्ठा करने के लिए जंगलों में पहुंच रहे हैं। वहीं दूसरी ओर हाथियों की भी हलचल बढ़ी हुई है और इसके चलते महुआ बीनने वालों की जिंदगी मुसीबत में पड़ गई है। शहडोल संभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डी एस सागर ने आईएएनएस को बताया है कि बीते दो दिनों में हाथियों ने कुल 5 लोगों की जान ली है। यह वह सभी लोग हैं जो महुआ बीनने जंगल में गए हुए थे। इन दो हादसों के बाद प्रशासन, पुलिस और वन विभाग लोगों को जागरूक करने में लगा है और उनसे कहा जा रहा है कि वे अंधेरे में जंगल में न पहुंचाएं। वन विभाग के जानकारों ने बताया है कि महुआ की खुशबू हाथियों को अपनी ओर खींचती है और महुआ खाने उस इलाके में बढ़ते हैं जहां महुआ होता है। वहीं दूसरी ओर आदिवासी वर्ग से जुड़े लोग महुआ बीनने अंधेरे में सुबह ही पहुंच जाते हैं। इतना ही नहीं वे जो महुआ इकट्ठा करते हैं उसे सूखने के लिए भी जंगल में ही डाल देते हैं. परिणाम स्वरूप महुआ इकट्ठा करने वाले और हाथियों का आमना सामना हो जाता है। जिससे इस तरह की स्थितियां बन रही हैं। बताया गया है कि यह हाथियों के झुंड बीते कुछ दिनों से शहडोल के आसपास के जंगलों में सक्रिय हैं और जमकर उत्पात मचा रहे हैं कई स्थानों पर तो इन्होंने अनाज को न केवल खाया उसे तहस-नहस कर दिया है। --आईएएनएस एसएनपी/आरएचए

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