मप्र भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का बूथ तक पहुंचने के लिए 10 दिन में 4 हजार किमी का सड़क से सफर
भोपाल 6 फरवरी ,(आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए भले ही डेढ़ साल से ज्यादा का वक्त हो, मगर सियासी दल अभी से सक्रिय हैं और राजनेताओं की भी सक्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। इसे भाजपा के बूथ विस्तारक अभियान से जाना और समझा जा सकता है ,पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने बूथ तक पहुंचने के लिए 10 दिनों में राज्य के एक छोर से दूसरे छोर तक सड़क मार्ग से यात्रा की और लगभग चार हजार किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय किया। राज्य में भाजपा अपना वोट प्रतिशत 40 से बढ़कर 51 कराना चाहती है, लिहाजा उसने 11 प्रतिशत वोट बढ़ाने के लिए अभियान चलाया हुआ है। इसी क्रम में बूथ विस्तारक अभियान चला, पार्टी ने 20 हजार कार्यकर्ताओं को इस अभियान में लगाया और 65 हजार बूथ तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया। तमाम बड़े नेताओं से लेकर जिम्मेदार पदाधिकारियों और सरकार के मंत्रियों को 10 दिन तक 10-10 घंटे अर्थात कुल 100 घंटे पार्टी के लिए देने का निर्देश हुआ। बाद में इस अभियान को पांच फरवरी तक के लिए बढ़ा दिया गया। पार्टी के बूथ विस्तारक अभियान में जमीनी कार्यकर्ता तो सक्रिय नजर आया ही साथ में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने हर हिस्से के बूथ तक पहुंचने की कोशिश की। शर्मा ने इस अभियान की 10 दिन की अवधि में सड़क मार्ग के सफर में मोटर गाड़ी से बैलगाड़ी तक का सहारा लिया। शर्मा के इस प्रवास पर गौर करें तो एक बात तो साफ हो जाती है कि उन्होंने इस अभियान के दौरान राज्य के सभी 10 संभागों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और इस दौरान वे 20 से ज्यादा बूथ की बैठकों में शामिल हुए। इसके साथ ही उन्होंने हितग्राही सम्मेलन में हिस्सा लिया तो बुजुर्ग कार्यकर्ताओं से मेल मुलाकात की। अनुसूचित जाति व जनजाति के कार्यकर्ताओं के घर-घर जाकर भोजन और अल्पाहार भी किया। इसके अलावा उन बुजुर्गों का भी सम्मान करते नजर आए जो हाल ही में सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त हुए हैं अथवा जिन्होंने पार्टी के लिए लंबे समय तक काम किया। पार्टी के एक बुजुर्ग नेता का कहना है कि आमतौर पर बड़े नेता राज्य की राजधानी भोपाल के अलावा अपने गृह नगर या निर्वाचन क्षेत्र तक सीमित रहते हैं अथवा उनकी दिल्ली में बड़े नेताओं के दरबार में उपस्थिति दर्ज कराने में ज्यादा रुचि रहती है, मगर वर्तमान में प्रदेशाध्यक्ष ने जो पहल की हैं, वह पार्टी की मजबूती और कार्यकर्ता में उत्साह भरने वाली साबित हेागी। शर्मा भोपाल में कम रहते हैं और प्रदेश के दौरे पर ज्यादा, इसका लाभ पार्टी को होगा। अध्यक्ष अगर प्रदेश के दौरे पर ज्यादा रहता है तो कार्यकर्ता को भोपाल जाने की जरूरत नहीं होती, बल्कि प्रदेशाध्यक्ष से वह अपने इलाके में ही मुलाकात कर सकता है। भाजपा के बूथ विस्तारक अभियान को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही आमने-सामने हैं । कांग्रेस तो इस अभियान को सिर्फ प्रदेशाध्यक्ष का अभियान बता रही है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि यह भाजपा का बूथ विस्तारक अभियान सिर्फ प्रदेशाध्यक्ष वी डी शर्मा का व्यक्तिगत अभियान बनकर रह गया। पार्टी के किसी भी बड़े नेता ने इसमें दिलचस्पी नहीं ली, बल्कि इस अभियान से दूरी बनाए रखी। एक लिहाज से यह अभियान अपने नेताओ का ही साथ न मिलने के कारण फ्लॉप साबित हुआ है। कांग्रेस के हमलों का जवाब भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने देते हुए कहा, कांग्रेस को भाजपा के नेताओं के घंटे गिनने से बेहतर है कि वह अपने घर चलो अभियान की चिंता करे। भाजपा के 20 हजार कार्यकर्तार्ओं के 15 दिन में 150 घंटे कुल 30 लाख घंटे के समय श्रम और उत्पादकता से संगठन बलशाली हुआ है। सभी नेताओं ने अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाहन करते हुए संगठन की अपेक्षानुसार इस अभियान मे समय दिया। कांग्रेस तो चार एक की बटालियन है जिसमें वयोवृद्ध अध्यक्ष के साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष है। --आईएएनएस एसएनपी/आरएचए