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(संशोधित) हल्दिया विधानसभा सीट : तृणमूल और भाजपा में कांटे की टक्कर होने के आसार

2016 विधानसभा चुनाव के आंकड़े में परिवर्तन के साथ पुन: जारी...... कोलकाता, 22 मार्च (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों में से अधिकांश पर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। पहले चरण में जिन विधानसभा सीटों पर मतदान होना है, उनमें पूर्व मेदिनिपुर जिले की हल्दिया सीट बेहद खास है। इसकी वजह यह है कि हल्दिया पेट्रोकेमिकल रिफायनरी की वजह से यह मूल रूप से रोजगारप्रद क्षेत्र है। यहां केंद्र तथा राज्य के संयंत्र होने के कारण यह राज्य का प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र भी है। इस सीट पर भी सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला है। परम्परागत तौर पर वाम दलोंं का मजबूत गढ़ रहे इस क्षेत्र में पिछले कुछ समय में अधिकारी परिवार का वर्चस्व बढ़ा है। माना जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी और उनके सांसद पिता शिशिर अधिकारी के भाजपा में शामिल होने से तृणमूल कांग्रेस कमजोर हुई है। लोकसभा चुनाव में यहां शानदार प्रदर्शन करके सीट जीतने वाली भाजपा इस बार यहां विधानसभा सीट पर कब्जा जमाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। यह एक आरक्षित सीट है और इस कारण दलित, महादलित मतदाताओं को लुभाने के लिए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है। लोकसभा चुनाव में यहां जीतने के बाद से पार्टी और अधिक मजबूत बनकर उभरी है। हल्दिया विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक पृष्ठभूमि मूल रूप से पूर्व मेदिनीपुर जिले के तमलुक लोकसभा केंद्र अंतर्गत पड़ने वाली 209 नंबर हल्दिया विधानसभा सीट शहरी क्षेत्र है। यहां 36.54 फ़ीसदी आबादी ग्रामीण है जबकि 63.46 फ़ीसदी आबादी शहरी है। यहां अनुसूचित सीट का औसत अच्छा है। 2019 के लोकसभा चुनाव के समय यहां मतदाताओं की कुल संख्या 2,39,061 थी। यहां 261 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई थी। इस बार कोरोना को संकट को देखते हुए चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों की संख्या में बढ़ोतरी की है। 2019 के समय 88.54 फ़ीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था, जबकि उसके पहले 2016 के विधानसभा चुनाव में 90.47 फ़ीसदी लोगों ने वोटिंग की थी। 2016 विधानसभा चुनाव के आंकड़े वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव के दौरान यहां से माकपा की तापसी मंडल की जीत हुई थी। तापसी को 1,01,330 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार मधुरिमा मंडल के पक्ष में 79,837 लोगों ने मतदान किया था। भारतीय जनता पार्टी तीसरे नंबर पर रही थी और पार्टी के उम्मीदवार प्रदीप कुमार बिजली को महज 13,471 लोगों ने वोट मिले थे। इस बार मुकाबला रोचक होने के आसार इस बार इस सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है। वर्ष 2016 में माकपा के टिकट पर जीत दर्ज करने वाली तापसी मंडल अब भारतीय जनता पार्टी में है और उन्हें पार्टी ने उम्मीदवार भी बनाया है। तृणमूल कांग्रेस ने स्वपन नस्कर को मैदान में उतारा है, जबकि माकपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार सीपीआईएम से मानिक कर पाइक चुनाव मैदान में हैं। वाममोर्चा की चर्चित नेत्री तापसी मंडल के भाजपा में आ जाने के बाद माहौल पार्टी के पक्ष में है। इसलिए मुख्य मुकाबला भा

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