महिला एवं बाल विकास मंत्रालय मना रहा चौथा पोषण पखवाड़ा
नई दिल्ली, 24 मार्च (आईएएनएस)। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय इन दिनों चौथा पोषण पखवाड़ा मना रहा है। पखवाड़े का उद्देश्य स्वस्थ बच्चे की पहचान और उत्सव और स्वस्थ भारत के लिए आधुनिक और पारंपरिक प्रथाओं के एकीकरण पर जोर है। महिला और बाल विकास मंत्रालय पोषण अभियान को लेकर अन्य मंत्रालयों के साथ तालमेल में समग्र तरीके से पोषण संबंधी परिणामों में सुधार करने का प्रयास करता रहा है। 21 मार्च से 4 अप्रैल तक ये चौथा पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। मंत्रालय ने पोषण पखवाड़ा के उत्सव के लिए दो व्यापक क्षेत्रों पर जोर दिया है। स्वस्थ बच्चे की पहचान और उत्सव, और पोषण मित्र (आधुनिक, आईटी आधारित, पारंपरिक और क्षेत्रीय गतिविधियों) के विषयगत क्षेत्रों के भीतर स्वस्थ भारत के लिए आधुनिक और पारंपरिक प्रथाओं का एकीकरण। आधुनिक और पारंपरिक प्रथाओं के एकीकरण के विषय के तहत, विशेष ध्यान दिया जाएगा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में लाभार्थी 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों की लंबाई एवं वजन का मापा जाए। लैंगिक संवेदनशील जल प्रबंधन और महिलाओं के बीच जल संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने और आंगनवाड़ी केंद्रों सहित वर्षा जल संचयन संरचनाओं को बढ़ावा देने के आसपास केंद्रित गतिविधियां हों, टेस्ट ट्रीट और टॉक एनीमिया और स्वस्थ मां व बच्चे के लिए पारंपरिक भोजन को बढ़ावा दिया जाए। गौरतलब है कि जनजातीय क्षेत्रों में 8 मार्च 2018 को प्रधानमंत्री मोदी ने पोषण अभियान शुरू किया था, जो व्यापक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने में एक लंबा सफर तय कर चुका है। पोषण अभियान अन्य मंत्रालयों के साथ अभिसरण में समग्र रूप से पोषण संबंधी परिणामों में सुधार करने का प्रयास करता है। पोषण अभियान के वांछित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन एक महत्वपूर्ण घटक है। पीएम ने मन की बात सहित विभिन्न अवसरों पर प्रधानमंत्री के आह्वान ने जन आंदोलन आधारित जन भागीदारी के माध्यम से पोषण से संबंधित मुद्दों पर समुदायों को संवेदनशील बनाने में मदद की है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय पोषण पखवाड़ा के दौरान गतिविधियों के समन्वय के लिए नोडल मंत्रालय होगा। राज्यों व संघ राज्य क्षेत्रों में महिला एवं बाल विकास विभाग और समाज कल्याण विभाग पोषण पखवाड़ा के लिए नोडल विभाग होगा। --आईएएनएस पीटीके/एसजीके