समाजवाद और ममता बनर्जी की सादगी से हुई शादी
चेन्नई, 14 जून (आईएएनएस)। साम्यवाद और लेनिनवाद की उपस्थिति में रविवार को समाजवाद और ममता बनर्जी के बीच बहुप्रचारित विवाह संपन्न हुआ। शादी के दौरान साम्यवाद के बेटे मार्क्सवाद भी मौजूद थे। शादी सेलम जिले के कट्टूर के अमानी कोंडलमपेटी में हुई। समाजवाद और ममता बनर्जी की शादी उनके नामों की विशिष्टता के कारण पूरे देश में ध्यान का केंद्र रही। समाजवाद के पिता ए. मोहन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के सलेम जिला सचिव हैं और उन्होंने अपने तीन बेटों का नाम साम्यवाद, लेनिनवाद और समाजवाद रखा था और पारिवारिक परंपरा के अनुसार, साम्यवाद ने उनके बेटे का नाम मार्क्सवाद रखा था। दिलचस्प बात यह है कि ममता बनर्जी उनके दूर की रिश्तेदार हैं और उनके पिता कांग्रेस कार्यकर्ता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कट्टर प्रशंसक थे। ममता पहले कांग्रेस पार्टी की तेजतर्रार नेता थीं और भारतीय युवा कांग्रेस की अध्यक्ष थीं। शादी का निमंत्रण सामने आने के बाद, यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और मीडिया द्वारा शादी को एक बहुत ही आकर्षक मामले में बदल दिया गया। राज्य में कोविड प्रोटोकॉल और लॉकडाउन के साथ, शादी महत्वपूर्ण संबंध में बदल गई, जिसमें केवल कुछ करीबी रिश्तेदार ही इस कार्यक्रम में शामिल हुए। शादी के दौरान सीपीआई तमिलनाडु के राज्य सचिव आर. मुथारासन मौजूद थे। समाजवाद के पिता ए. मोहन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, कोविड 19 प्रोटोकॉल के कारण हमने बहुत कम रिश्तेदारों और दोस्तों बुलाया था। मेरे बेटे के नाम के लिए धन्यवाद, जिस वजह से ये शादी वायरल हो गई और देश और विदेश से कई लोगों ने मुझे फोन किया और युवा जोड़े को शुभकामनाएं दी। --आईएएनएस एमएसबी/आरजेएस