malnutrition-is-often-the-result-of-lack-of-knowledge-modi
malnutrition-is-often-the-result-of-lack-of-knowledge-modi

कुपोषण अक्सर ज्ञान की कमी का परिणाम होता है : मोदी

नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। संतुलित आहार के बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि कुपोषण अक्सर भोजन की कमी के बजाय भोजन के बारे में जानकारी की कमी का परिणाम होता है। मोदी ने गुजरात के अदलज में श्री अन्नपूर्णाधाम ट्रस्ट के छात्रावास और शिक्षा परिसर का वर्चुअल उद्घाटन किया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान जनसहायक ट्रस्ट के हीरामनी आरोग्यधाम का भूमिपूजन भी किया। इस मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल भी मौजूद थे। उन्होंने कहा, स्वास्थ्य, शिक्षा और पोषण के क्षेत्र में योगदान देना गुजरात का स्वभाव रहा है। सभी समुदाय अपनी क्षमता के अनुसार अपनी भूमिका निभाते हैं और पाटीदार समुदाय समाज के लिए अपनी भूमिका निभाने में कभी पीछे नहीं रहता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि समृद्धि की देवी मां अन्नपूर्णा को सभी और विशेष रूप से पाटीदार समुदाय द्वारा गहरा सम्मान दिया जाता है, जो रोजमर्रा की जिंदगी की वास्तविकताओं से गहराई से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा हाल ही में कनाडा से काशी वापस लाई गई थी। हमारी संस्कृति के ऐसे दर्जनों प्रतीक पिछले कुछ वर्षों में विदेशों से वापस लाए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में भोजन, स्वास्थ्य और शिक्षा को हमेशा बहुत महत्व दिया जाता है और आज श्री अन्नपूर्णाधाम ने इन तत्वों का विस्तार किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने जिला अस्पतालों में मुफ्त डायलिसिस की सुविधा शुरू की है। प्रधानमंत्री ने आगे गुजरात में विकास की समृद्ध परंपरा का उल्लेख किया जहां विकास के नए मानक रखे गए हैं। विकास की इस परंपरा को मुख्यमंत्री आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में भारत ने सरदार पटेल को बड़ी श्रद्धांजलि दी है, जिनका नाम पूरी दुनिया में पहुंचा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मां अन्नपूर्णा की भूमि गुजरात में कुपोषण के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अक्सर कुपोषण अज्ञानता के कारण होता है। उन्होंने संतुलित आहार के बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया। भोजन को स्वास्थ्य की दिशा में पहला कदम बताते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि कुपोषण अक्सर भोजन की कमी के बजाय भोजन के बारे में ज्ञान की कमी का परिणाम होता है। प्रधानमंत्री ने आगे उल्लेख किया कि महामारी के दौरान, सरकार ने 80 करोड़ से अधिक लोगों के लिए मुफ्त खाद्यान्न सुनिश्चित किया। --आईएएनएस आरएचए/एएनएम

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in