देश में हर घंटे महिलाओं के ख़िलाफ़ 43 अपराध रिकॉर्ड होते हैं, अनगिनत ऐसे अपराध हैं जो दर्ज ही नहीं होते हैं। यह डर, भय और समाजिक कारणों के चलते दर्ज नहीं किए जाते हैं।