jnu-and-du-campuses-to-be-opened-for-students-in-a-phased-manner
jnu-and-du-campuses-to-be-opened-for-students-in-a-phased-manner

चरणबद्ध तरीके से छात्रों के लिए खुलने जा रहे हैं जेएनयू और डीयू कैंपस

दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) पीएचडी और लैब की आवश्यकता वाले अन्य छात्रों को कैंपस में आने की अनुमति देने जा रहा है। जेएनयू परिसर को चरणबद्ध तरीके से 50 फीसदी क्षमता के साथ खोला जाएगा। बावजूद इसके अभी भी सामान्य कक्षाएं और परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी। वहीं दूसरी ओर दिल्ली विश्वविद्यालय भी चरणबद्ध तरीके से कैंपस गतिविधियों को शुरू करने की योजना बना रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय में एक उच्च स्तरीय बैठक भी बुलाई है। जेएनयू परिसर पीएचडी, रिसर्च, लैब आदि से जुड़े छात्र आ रहें हैं। आधिकारिक रूप से विश्वविद्यालय इसी सप्ताह इन छात्रों के लिए शेड्यूल जारी कर सकता है। हालांकि शेष छात्र अभी भी मानसून सेमेस्टर की पढ़ाई ऑनलाइन ही करेंगे। वहीं जिन राज्यों में संक्रमण दर अधिक है। वहां से आने वाले छात्रों के लिए अलग गाइडलाइन बनाई जा रही है। इनमें केरल, नॉर्थ-ईस्ट और महाराष्ट्र प्रमुख हैं। यहां से आने वाले छात्रों को 72 घंटे की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के अलावा वैक्सीन की दोनो डोज लगवाना अनिवार्य है। जेएनयू विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक सितंबर के दूसरे सप्ताह से विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी छात्रों के लिए खोली जा सकती है। लाइब्रेरी में आने के लिए भी विशेष नियम बनाए जाएंगे ताकि छात्र इस दौरान सुरक्षित रह सकें। वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पीसी जोशी ने दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी यानी डीडीएमए की सलाह का स्वागत किया है। डीडीएमए ने दिल्ली में स्कूल कॉलेज खोले जाने की सिफारिश की है। प्रोफेसर पीसी जोशी ने कहा कि विश्विद्यालय डीडीएमए की सलाह का स्वागत करता है। इससे हमें चरणबद्ध तरीके से विश्वविद्यालय को फिर से खोलने में मदद मिली है। हालांकि कुलपति पीसी जोशी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में न केवल दिल्ली बल्कि देश भर से और विदेशों से भी छात्र आते हैं। हमें इस पर विचार करना होगा कि उन्हें कैसे शामिल किया जाएगा। दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा इस विषय पर एक बैठक बुलाई गई है। कुलपति ने कहा कि हम जल्द ही विश्वविद्यालय खोलना चाहते हैं, लेकिन हम जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेना चाहते हैं। जिससे छात्रों पर विपरीत असर पड़ सकता है। मुझे लगता है कि हम पहले तीसरे वर्ष के छात्रों को अनुमति देंगे और जब यह अच्छी तरह से काम करेगा तो इसे आगे बढ़ाएंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र भी कैंपस में वापस लौटना चाहते हैं। छात्रों ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के सबसे बड़ी निर्णायक समिति कार्यकारी परिषद से कहा है की अब कैंपस को छात्रों के लिए खोल दिया जाए। साथ ही छात्रवासों को भी तुरंत प्रभाव से खोला जाए। छात्रों ने अपनी यह मांग मनवाने और कैंपस बंद होने का विरोध जताते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय की एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सभी सदस्यों को गुलाब का फूल भेंट किया। --आईएएनएस जीसीबी/एएनएम

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in