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इजराइली दूतावास ब्लास्ट केस: पुलिस ने आरोपितों का कराया लाई डिटेक्टर टेस्ट

नई दिल्ली, 28 जून (हि.स.)। इजराइल दूतावास विस्फोट मामले को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा कारगिल से लाए गए चारों संदिग्धों से पूछताछ चल रही है, लेकिन ये चारों अपने बयान बार-बार बदल रहे हैं। इसके देखते हुए पुलिस ने आरोपितों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाया। दरअसल, ये आरोपित एक-दूसरे के बयानों का खंडन कर रहे हैं, जिससे पुलिस को जांच की दिशा नहीं मिल रही है। माना जा रहा है कि इसके मद्देनजर ही चारों आरोपितों का लाई डिटेक्टर टेस्ट किया गया। इन्हें गत 24 जून को कारगिल से गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली पुलिस ने एक स्थानीय कोर्ट से इनका ट्रांजिट रिमांड हासिल किया था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, खुफिया इकाइयों की तरफ से दिल्ली पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि ये चारों संदिग्ध राजधानी में आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। चारों गिरफ्तार आरोपित नजीर हुसैन (26), जुल्फिकार अली वजीर (25), अयाज हुसैन (28) और मुजम्मिल हुसैन (25) सभी लद्दाख के कारगिल जिले के थांग गांव के रहने वाले हैं। हालांकि इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है। यह ब्लास्ट 29 जनवरी को इजरायली दूतावास के पास स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर हुआ था, जिससे आसपास खड़ी कई कारों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए थे। उधर जांच में यह बात भी सामने आ रही है कि जिस वक्त इजराइल एंबेसी के पास ब्लास्ट हुआ था, उस वक्त इनके मोबाइल फोन बंद थे। जबकि इंटेलीजेंस एजेंसी को यह पता चला था कि इस वारदात के कुछ देर पहले तक इनकी कुछ संदिग्धों से लगातार बात हो रही थी। इतना ही नहीं इंटेलीजेंस एजेंसी के पास यह भी सूचना थी कि ये चारों ही वारदात के वक्त दिल्ली में ही थे। ऐसे में पुलिस यह जानना चाहती है कि कहीं ये लोग दिल्ली में हुए इस ब्लास्ट के आरोपितों के करीबी नेटवर्क में तो नहीं थे। इसे लेकर तकनीकी टीम के जरिये इन चारों से सभी संभावित पहलू पर पूछताछ की जा रही है। इधर पूरे नेटवर्क को खंगालने के लिए पुलिस ने इन चारों के नंबर की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) भी निकाली है, जिसमें करीब दर्जन भर ऐसे नंबर मिले हैं, जिनपर इन चारों की सबसे ज्यादा बात होती थी। पुलिस की जांच के राडार पर अब सीडीआर के जरिये हासिल किए गए ये नंबर हैं। मामले की जांच में जुटी पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि आखिरकार इन चारों के करीबी नेटवर्क वाले इन नंबरों के मालिक हैं कौन? और इनकी भूमिका क्या है?। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी

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