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झारखंड पंचायत चुनाव में कई सियासी दिग्गजों के नाते-रिश्तेदारों का जलवा, सीएम हेमंत की बहन भी जीतीं

रांची, 19 मई (आईएएनएस)। झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायती राज के लिए हो रहे चुनाव में राज्य के सियासी दिग्गजों के नाते-रिश्तेदारों की जोरदार धमक दिख रही है। 14 मई को संपन्न हुए पहले चरण के चुनाव के ज्यादातर नतीजे सामने आ गये हैं और इसमें राज्य के कई बड़े नेताओं के सगे-संबंधियों ने जीत हासिल की है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की चचेरी बहन रेखा कुमारी सोरेन रामगढ़ जिले के गोला पश्चिमी क्षेत्र से जिला परिषद के लिए चुनी गयी हैं। उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी नेहा देवी को पराजित किया है। रेखा कुमारी सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन के सगे भाई स्वर्गीय शंकर सोरेन की पुत्री हैं। बता दें कि गोला प्रखंड के नेमरा गांव में शिबू सोरेन का परिवार आज भी संयुक्त रूप से रहता है। सिमडेगा के कांग्रेस विधायक भूषण बाड़ा की पत्नी जोसिमा खाखा ने पाकरटांड़ ब्लॉक (सिमडेगा) से जिला परिषद चुनाव में जीत हासिल की है। उन्होंने इस सीट पर झारखंड के पूर्व मंत्री एनोस एक्का की पुत्री आईरिन एक्का को हराया। पूर्व कांग्रेस विधायक स्व. निएल तिर्की के पुत्र विशाल तिर्की भी सिमडेगा से जिला परिषद की सीट पर चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन उन्हें पराजित होना चपड़ा। झामुमो विधायक विधायक नलिन सोरेन की पत्नी जोएस लप्सा बेसरा ने लगातार दूसरी बार दुमका के काठीकुंड से जिला परिषद सदस्य के पद पर जीत दर्ज की है। इसी तरह बरही के कांग्रेस विधायक उमा शंकर अकेला के बेटे रवि शंकर यादव उर्फ रवि अकेला जिला परिषद के लिए चौपारण प्रखंड पार्ट-2 से जीत हासिल की है। उन्होंने इस क्षेत्र के पूर्व जिला परिषद सदस्य राजदेव यादव को हराया। चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव के भतीजे अरविंद तिग्गा चक्रधरपुर ब्लॉक के कोलचकेड़ा पंचायत से मुखिया चुने गये हैं। झारखंड में चार चरणों में हो रहे पंचायत चुनाव में त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के तहत 60 हजार से अधिक पदों पर जनप्रतिनिधि चुने जाने हैं। दूसरे चरण के लिए 19 मई को वोट डाले गये हैं। --आईएएनएस एसएनसी/एएनएम

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