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गुजरात कांग्रेस ने पार्टी विधायक के निलंबन पर किया वाकआउट

गांधीनगर, 4 मार्च (आईएएनएस)। विपक्षी कांग्रेस ने ऊना विधानसभा क्षेत्र से अपने वरिष्ठ पार्टी विधायक को निलंबित किए जाने के विरोध में शुक्रवार को गुजरात विधानसभा से बहिर्गमन (वाकआउट) किया। स्पीकर निमाबेन आचार्य ने सदन में असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में कांग्रेस विधायक पुंजा वंश को सात दिनों के लिए निलंबित कर दिया है। 14वीं गुजरात विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से कांग्रेस विधायक हर्षद रिबदिया के एक सवाल का जवाब देने में विफल रहने पर कांग्रेस ने हंगामा खड़ा कर दिया। कांग्रेस के पुंजा वंश ने राज्य मंत्री (गृह) हर्ष सांगवी को जवाब दिया, जब उन्होंने कांग्रेस को रोकने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा था, यह आपकी पार्टी का कार्यालय नहीं है और टपोरी की तरह व्यवहार करना बंद करो। कांग्रेस विधायक के इस बयान से भाजपा विधायक नाराज हो गए। हालांकि, स्पीकर के अनुरोध पर वंश ने बाद में अपनी बातों पर खेद जताया। प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद, भाजपा के मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) पंकज देसाई ने पुंजा वंश को सात दिनों के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। इसका समर्थन शिक्षा मंत्री जीतू वघानी, पूर्व विधायी मामलों के मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने किया। इस प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए विपक्ष के उपनेता शैलेश परमार ने कहा, जब विधानसभा सदस्य ने अपने शब्दों पर खेद व्यक्त किया है, तो ऐसे प्रस्तावों को वापस ले लिया जाना चाहिए और भाजपा सरकार को इसके प्रति व्यापक ²ष्टिकोण अपनाना चाहिए। हम सभी को मार्च अंत तक सदन की कार्यवाही में भाग लेना है और फिर भी यदि आप बहुमत के आधार पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो कृपया पारदर्शिता के लिए विधानसभा की कार्यवाही का सीधा प्रसारण भी सुनिश्चित करें। कांग्रेस के मुख्य सचेतक सीजे चावड़ा ने शैलेश परमार के अनुरोध का समर्थन किया। नितिन पटेल ने कहा, सदन के वरिष्ठ सदस्य होने के बावजूद, पुंजा वंश ने सदन की शुरुआत से ही बार-बार इस तरह के शब्द बोले हैं और सदन की मयार्दा का उल्लंघन किया है। मैं भी इस प्रस्ताव का समर्थन करता हूं। अध्यक्ष आचार्य ने कहा, यह सच है और यहां तक कि जब मैंने उनसे पूछा कि क्या उन्हें अपने शब्दों के लिए कोई पछतावा है, तब भी वंश ने अनुचित शब्द बोले। इसलिए मैंने इस प्रस्ताव को वोटिंग के लिए रखा। इसके बाद अध्यक्ष ने विधानसभा में बहुमत के आधार पर सदन की कार्यवाही से पुंजा वंश को सात दिनों के लिए निलंबित करने का आदेश दिया। --आईएएनएस एकेके/आरजेएस

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