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सागरमाला परियोजनाओं की समीक्षा के लिए सरकार ने शुक्रवार को बुलाई बैठक

नई दिल्ली, 4 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सबार्नंद सोनोवाल शुक्रवार को राष्ट्रीय सागरमाला शीर्ष समिति (एनएसएसी) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह समिति एजेंडा के अन्य विषयों के अलावा पत्तन से जुड़ी सड़क और रेल कनेक्टिविटी परियोजना के विकास, फ्लोटिंग जेटी व अंतदेर्शीय जलमार्ग के विकास की समीक्षा के साथ सागरमाला कार्यक्रम की समीक्षा करेगी। इस बैठक में एक नई पहल सागरतट समृद्धि योजना के जरिए तटीय समुदायों के समग्र विकास पर भी चर्चा की जाएगी। अपनी पिछली दो बैठकों में एनएसएसी ने सागरमाला पहल के लिए जरूरी मंच और प्रेरणा प्रदान की थी। इस बैठक में उस दौरान लिए गए विभिन्न निर्णयों की प्रगति का विश्लेषण किया जाएगा। सागरमाला के तहत आने वाली परियोजनाओं का कार्यान्वयन संबंधित प्रमुख पत्तनों, केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य समुद्री बोडरें, राज्य सरकारों और अन्य एजेंसियों की ओर से किया जा रहा है। सागरमाला कार्यक्रम की परिकल्पना 2015-16 में 175 परियोजनाओं के साथ की गई थी। पिछले कुछ वर्षों में यह संख्या राज्यों व प्रमुख पत्तनों के परामर्श से बढ़ी है। वर्तमान में इसके तहत 5.48 लाख करोड़ रुपए के निवेश के साथ 802 परियोजनाएं हैं। सागरमाला में नई परियोजनाओं को जोड़ना मंत्रालय की एक सतत प्रक्रिया है। इसमें राज्य और कार्यान्वयन एजेंसियां एक के बाद एक लगातार अपने नए प्रस्ताव प्रस्तुत करती हैं, जिन पर उनकी आवश्यकता के अनुरूप वित्तीय पोषण के लिए विचार किया जाता है। कुल 802 परियोजनाओं में से वर्तमान में 99,281 करोड़ रुपये की 202 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। वहीं, 2.12 करोड़ रुपये की 216 परियोजनाएं कार्यान्वयन के अधीन हैं और 2.37 करोड़ रुपये की 384 परियोजनाएं विकास के विभिन्न चरणों में हैं। ऐसे समय में जब प्रधानमंत्री इन परियोजनाओं को समय पर पूरा करने व प्रधानमंत्री गतिशक्ति पहल के जरिए समुद्री विकास के लिए नई परियोजनाओं को शामिल करने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, इस शीर्ष समिति की बैठक से सागरमाला परियोजना के कार्यान्वयन को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने की उम्मीद है। --आईएएनएस एकेके/एएनएम

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