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गाजियाबाद: मैक्स अस्पताल में अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी टेक्नोलॉजी द विन्सी की शुरुआत

गाजियाबाद, 1 जुलाई (आईएएनएस)। गाजियाबाद मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल में अमेरिकी इनट्यूटिव संस्था के सहयोग से द विन्सी नाम की अत्याधुनिक रोबोट संचालित सर्जरी टेक्नोलॉजी स्थापित करने की घोषणा हुई है। इस टेक्नोलॉजी के साथ ही मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल वैशाली, उत्तर प्रदेश में न्यूनतम शल्यक्रिया टेक्नोलॉजी शुरू करने वाला पहला निजी अस्पताल बन गया है। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल वैशाली के यूरोलॉजी, रोबोटिक्स एंड रेनल ट्रांसप्लांट विभाग के चेयरमैन डॉ. अनंत कुमार और एसोसिएट डायरेक्टर- यूरोलॉजी, रोबोटिक्स, किडनी ट्रांसप्लांट एंड यूरो ऑन्कोलॉजी डॉ. विमल दस्सी ने उत्तर प्रदेश में पहले रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट को सफल अंजाम दिया। अस्पताल ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि, यह प्रक्रिया नोएडा की 27 वर्षीय युवती पर अपनाई गई, जिसमें मांसपेशी बहुत कम कटी और सामान्य ट्रांसप्लांट प्रक्रिया में 20-25 सेमी चीरा लगाने के मुकाबले महज 6-7 सेमी का चीरा लगाते हुए बहुत कम दर्द हुआ और खून भी कम निकला। इस प्रक्रिया में द विन्सी सर्जिकल सिस्टम अपनाया गया जिसमें सभी उपकरण बिना कंपन के काम करते हैं। नतीजतन प्रत्यारोपित की गई किडनी में कोई नुकसान नहीं हुआ और तीव्र रिकवरी सुनिश्चित हुई। डॉ. अनंत कुमार ने कहा, उत्तर प्रदेश में पहली बार रोबोट सर्जरी के जरिये सफल किडनी ट्रांसप्लांट करने को लेकर हमें खुशी है। हम उम्मीद करते हैं कि प्रदेश में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने की यह एक अच्छी शुरूआत है और देश के इस हिस्से में लोगों को दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों में गए बिना नए जमाने की सर्जिकल टेक्नोलॉजी की सुविधा मिल पाएगी। अस्पताल के अनुसार, वेंट्रल हर्निया के एक अन्य मामले में 44 साल का एक मरीज 48 घंटे के अंदर घर जा सका, क्योंकि द विन्सी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए सिर्फ 8 एमएम का चीरा लगाने के लिए मरीज का एब्डोमिनल वॉल रिकंस्ट्रक्ट किया गया। हर्निया और बैरियाट्रिक यानी वजन कम करने वाली सर्जरी में मरीज के साथ डायबिटीज, हाइपरटेंशन, मोटापे से जुड़ी स्थितियां बनी रहती हैं। --आईएएनएस एमएसके/एएनएम

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